CHANDIGARH: हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण की चेयरपर्सन केशनी आनंद अरोड़ा ने आज प्रदेश की सभी औद्योगिक इकाइयों को भू – जल दोहन के लिए जल्द से जल्द अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने के निर्देश देते हुए कहा की प्राधिकरण प्रदेश में घटते भू – जल स्तर की समस्या से निजात पाने के लिए एक व्यापक योजना पर कार्य कर रही है,और इसमें आप सब भी अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए भू – जल दोहन अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए अपना आवेदन करे। आवेदन करने की अंतिम तिथि 30.11.2021 है।
अरोड़ा ने आज हरियाणा वॉटर रिसोर्स अथॉरिटी की वर्कशॉप की अध्यक्षता करते हुए वी सी के माध्यम से जुड़े औद्योगिक इकाइयों के प्रतिनिधियों को यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा कि वह अपनी औद्योगिक इकाइयों से निकले वेस्ट वाटर का उपयोग ज्यादा से ज्यादा करना सुनिश्चित करें । इस अवसर पर प्राधिकरण के सदस्य डी पी एस बेनीवाल, एम एस लांबा और संजय मरवाहा भी उपस्थित रहे।उन्होंने बताया कि पहले प्रदेश में भू- जल दोहन अनापत्ति प्रमाण पत्र केंद्रीय भूजल बोर्ड द्वारा जारी किए जाते थे,अब इसकी एन ओ सी हरियाणा जल संसाधन प्राधिकरण द्वारा जारी की जा रही है ।
अरोड़ा ने कहा की इस वर्कशॉप का आयोजन प्रदेश के उद्योगपतियों को भू – जल दोहन के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करने में आ रही समस्याओं के निवारण तथा इस प्रक्रिया को सही ढंग से समझाने एवम् भू – जल दोहन की प्रक्रिया से जुड़े निर्देशों के बारे में जानकारी देने के लिए आयोजित किया गया है। उन्होंने बताया कि अनापत्ति प्रमाण पत्र के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 नवम्बर 2021 है। आवेदक प्राधिकरण के पोर्टल www.hwra.org.in के द्वारा ऑनलाइन माध्यम से यह आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि अभी तक प्रदेशभर में 200 आवेदकों को एनओसी दे दी गई हैं । उन्होंने यह भी बताया कि जो आवेदन पहले से ही सीजीडब्ल्यूबी के पास थे उन्हें प्राधिकरण द्वारा प्राथमिकता दी जाएगी। आवेदक प्राधिकरण द्वारा जारी किए गए नंबर 9888490854 और 0172-2992941 पर कॉल कर किसी भी प्रकार की समस्या से जुडी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इससे जुड़ी किसी भी प्रकार की तकनीकी समस्या के निदान के लिए प्राधिकरण के मुख्य तकनीकी अधिकारी से प्रत्येक कार्य दिवस पर सुबह 11:00 से 12:00 के बीच कॉल पर मदद ली जा सकती है तथा इसके अतिरिक्त grievances.hwra@gmail. com पर ईमेल भी की जा सकती है।
अरोड़ा ने बताया कि यह वर्कशॉप प्रदेश के अलग-अलग जिलों के लिए 3 दिनों तक आयोजित की जा रही है। आज के ऑनलाइन आयोजन में पंचकूला, अंबाला , यमुनानगर , करनाल , पानीपत की औद्योगिक इकाईयों और एचएसआईआईडीसी के अधिकारियों ने हिस्सा लिया तथा प्राधिकरण के परामर्शको द्वारा उनकी समस्याओं का निवारण किया गया तथा आवश्यक दिशा-निर्देशों के बारे में जानकारी दी जा रही है।