NEW DELHI, 14 DECEMBER: लोकसभा में आज एक प्रस्ताव पारित कर विपक्ष के 13 सांसदों को बाकी शीतकालीन सत्र से निलंबित कर दिया गया है। इनमें कांग्रेस के 8 सांसदों और अन्य विपक्षी दलों के पांच सांसदों के खिलाफ सदन की कार्यवाही बाधित करने के आरोप में यह कार्रवाई की गई। बता दें कि पहले विपक्ष के पांच सांसदों को निलंबित किया गया था और बाद में 9 और सांसदों को भी निलंबित कर दिया गया लेकिन बाद में एक सांसद एसआर पारथीबान के निलंबन को गलत मानते हुए निलंबित सांसदों की सूची से उनका नाम निकाल दिया गया है। इसके अलावा राज्यसभा से आज ही तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन को भी सस्पेंड कर दिया गया। संसद में सुरक्षा चूक के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के दौरान ओ ब्रायन प्रदर्शन करते हुए सभापति के पास तक आ गए थे।
लोकसभा से इन सांसदों को किया गया निलंबित
संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी ने लोकसभा में एक प्रस्ताव पेश किया। इसमें गलत बर्ताव के चलते पांच सदस्यों टीएन प्रथापन, हीबी एडेन, जोथिमनी, राम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस को निलंबित करने का प्रस्ताव रखा गया। इस दौरान बी महताब सदन की अध्यक्षता कर रहे थे। इसके बाद विपक्षी सासंदों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस पर स्पीकर बी महताब ने कांग्रेस के नौ अन्य सांसदों को भी निलंबित कर दिया। इनमें बेनी बेहानान, वीके श्रीधरन, मोहम्मद जावेद, पीआर नटराजन, कनिमोई करुणानिधि, के. सुब्रमण्यन, एस वेंकटेशन और मणिकम टैगोर के नाम शामिल हैं।
सांसद हनुमान बेनीवाल ने स्पीकर के पोडियम पर चढ़ने की कोशिश की
संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर लोकसभा में आज जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी सांसदों ने खूब नारेबाजी की। इसी दौरान राजस्थान से आरएलपी पार्टी के सांसद हनुमान बेनीवाल ने लोकसभा की कार्यवाही के दौरान स्पीकर के पोडियम पर चढ़ने की कोशिश की। नारेबाजी करते हुए विपक्षी सांसद वेल में आ गए। विपक्षी सांसदों की मांग थी कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह इस मुद्दे पर सदन में आकर बयान दें।
राज्यसभा से सस्पेंड हुए डेरेक ओ ब्रायन
इससे पहले राज्यसभा से तृणमूल कांग्रेस के सांसद डेरेक ओ ब्रायन को सस्पेंड कर दिया गया। संसद में सुरक्षा चूक के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के दौरान ओ ब्रायन प्रदर्शन करते हुए सभापति के पास तक आ गए। इसके बाद उन्हें सदन से निलंबित कर दिया गया। राज्यसभा से डेरेक ओ ब्रायन को निलंबित करने का प्रस्ताव भाजपा की तरफ से सासंद पीयूष गोयल ने पेश किया। बताया गया है कि संसद में सुरक्षा में चूक के मुद्दे को लेकर ब्रायन प्रदर्शन करते हुए सभापति के पास वेल तक पहुंच गए थे। इस दौरान उन्होंने नारेबाजी की और सदन की कार्यवाही को बाधित करने की कोशिश की। इसी के बाद टीएमसी सांसद को निलंबित करने का प्रस्ताव सदन में लाया गया।
खरगे ने लिखा धनखड़ को पत्र
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने संसद भवन में कल हुए सुरक्षा उल्लंघन पर राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ को पत्र लिखा है। उन्होंने लिखा कि संसद की सुरक्षा का उल्लंघन एक बहुत ही गंभीर मामला है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मैं संसद में भारतीय दलों के नेताओं के परामर्श से इस विचार पर आया हूं कि इसे राज्य सभा (राज्य सभा) के नियमों और प्रक्रिया के नियम 267 के तहत उठाया जाना चाहिए। इसके अलावा जब तक केंद्रीय गृह मंत्री इस मामले पर बयान नहीं देते हैं और उसके बाद नियम 267 के तहत चर्चा नहीं होती है, तब तक कोई अन्य चर्चा नहीं की जाएगी।