CHANDIGARH: इस बार कोरोना महामारी के दृष्टिगत हरियाणा के कुरुक्षेत्र व पेहवा तीर्थ स्थलों पर 17 सितंबर को अमावस्या वाले दिन श्रद्धालुओं के एकत्र होने पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगा दी गई है।
सरकारी प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पितृ पक्ष के दौरान आने वाली अमावस्या को अपने पितरों का पिंडदान करने के लिए कुरुक्षेत्र व पेहवा तीर्थ स्थलों पर श्रद्धालु एकत्रित होते हैं। इस बार यह अमावस्या 17 सितंबर को है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के फैलाव को रोकने के लिए कुरुक्षेत्र प्रशासन ने अमावस्या के दिन तक उक्त दोनों तीर्थ स्थलों पर श्रद्धालुओं के एकत्रित होने पर पूरी तरह पाबंदी लगाई है। इसलिए श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे अपने व दूसरे लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए कुरुक्षेत्र व पेहवा में एकत्रित न हों।
गौरतलब है कि पितरों के पिंडदान के लिए बिहार के गया के बाद हरियाणा के कुरुक्षेत्र व पेहवा का विशेष महत्व माना जाता है। इसलिए इन दोनों ही स्थानों पर हर साल पितृ पक्ष के दौरान लोगों की खासी भीड़ रहती है। पितृ पक्ष की अमावस्या यानी सर्व पितृ अमावस्या के दिन तो कुरुक्षेत्र व पेहवा में श्रद्धालुओं का बड़ा जमावड़ा लगता रहा है। इसको देखते हुए कोरोनाकाल के मद्देनजर प्रशासन को इस बार यहां श्रद्धालुओं के इकट्ठे होने पर पाबंदी लगानी पड़ी है। कोरोनाकाल के चलते पिछले दिनों सूर्य ग्रहण के दिन भी कुरुक्षेत्र में मेला नहीं लग पाया था। उस दिन भी यहां श्रद्धालुओं के इकट्ठे होने पर रोक लगा दी गई थी।
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