पंजाब में पराली जलाने की अवधि के दौरान बढ़ जाते हैं श्वसन संबंधी बीमारियों के लक्षणों वाले मरीज
MOHALI, 6 APRIL: स्वास्थ्य संबंधी मुद्दों पर लोगों का ध्यान आकर्षित करने और कार्रवाई के लिए समर्थन जुटाने को हर साल 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। विश्व स्वास्थ्य दिवस-2024 की थीम ‘मेरा स्वास्थ्य मेरा अधिकार’ है। प्रति वर्ष 4.2 मिलियन से अधिक मौतों के साथ वायु प्रदूषण दुनिया में कार्डियोपल्मोनरी मौतों का नौवां प्रमुख कारण बना हुआ है।
पल्मोनोलॉजी, क्रिटिकल केयर एंड स्लीप स्टडीज, फोर्टिस हॉस्पिटल मोहाली के डायरेक्टर डॉ. जफर अहमद इकबाल ने एक स्वास्थ्य सलाह में वायु गुणवत्ता के बिगड़ते स्तर के बीच स्वास्थ्य सुरक्षा के बारे में अपने सुझाव सांझा किए हैं। उन्होंने बताया कि फेफड़ों के कैंसर के मामले में पंजाब भारत के अग्रणी राज्यों में है और बठिंडा की ‘कैंसर ट्रेन’ के बारे में सभी जानते हैं। डॉ. जफर ने कहा कि पंजाब में पराली जलाने की अवधि (सितंबर से नवंबर) के दौरान सबसे ज्यादा श्वसन संबंधी बीमारियों के लक्षणों वाले सभी आयु वर्ग के मरीज फोर्टिस अस्पताल मोहाली में आते हैं। धूम्रपान से इन मरीजों में समस्या कई गुना बढ़ जाती है।
डॉ. ज़फर का कहना है कि कमजोर समूह में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं, जो घर के अंदर वायु प्रदूषण के संपर्क में हैं। बच्चे खेलने के लिए बाहर निकलते हैं, इसलिए अनफिल्टर्ड हवा सीधे अपने फेफड़ों में ले लेते हैं।डॉ. ज़फर ने कहा कि वायु प्रदूषण से क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी), फेफड़ों का कैंसर, निमोनिया, अस्थमा आदि जैसी श्वसन संबंधी बीमारियां होती हैं। यह स्ट्रोक, एनजाइना, दिल की विफलता, दिल के दौरे, मनोभ्रंश और क्रोनिक थकान सिंड्रोम की घटनाओं को भी बढ़ाती हैं। कोविड, फ्लू, आंख, गले और निमोनिया सहित श्वसन तंत्र के संक्रमण भी खराब गुणवत्ता वाली हवा के कारण होते हैं।
डॉ. ज़फर ने कहा कि वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए राज्य और सरकार के स्तर पर ज्यादा प्रयास की जरूरत है। डॉ. जफर ने लोगों को सलाह देते हुए कहा कि उचित मास्क और कपड़ों का उपयोग करें, कार-पूलिंग या सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें, वाहनों के धुएं के संपर्क में आने से बचें, खुद को हाइड्रेटेड रखें और हाथों तथा चेहरे को बार-बार धोने का अभ्यास करें।