Services for the Army NEW DELHI, 1 OCTOBER: पीएम मोदी का विजन सेना को आत्मनिर्भर और तकनीकों से परिपूर्ण बनाने के लिए नए-नए इनोवेशन अपनाना है। इसी क्रम में एक ओर जहां सुरक्षाबलों को नई तकनीकों से लैस स्वदेशी हथियार और उपकरण उपलब्ध कराए जा रहे हैं तो वहीं देश की सुरक्षा में तत्परता से लगे सैन्य कर्मियों के लिए आसान सेवा प्रक्रिया का भी ध्यान रखा जा रहा है। इस संबंध में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा लेखा विभाग (डीएडी) के 275 वें वार्षिक दिवस के दौरान कई डिजिटल पहलों की शुरुआत की। इन पहलों में स्पर्श मोबाइल एप, अग्निवीर वेतन प्रणाली, रक्षा यात्रा प्रणाली, दर्पण और रक्षा वेतन नागरिक प्रणाली शामिल हैं।
सैन्य कर्मियों को सर्वोत्तम सेवाएं देने का लक्ष्य
सुरक्षाबलों के लिए शुरू की गई इन प्रणालियों के लिए स्वदेशी तकनीक को शामिल किया गया है। सेवाएं जारी करने के बाद रक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में सरकार के ‘डिजिटल इंडिया’ दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के लिए डीएडी की सराहना करते हुए कहा कि नई पहल से विभाग के कामकाज में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ेगी। उन्होंने आगे बताया कि हमारा प्रयास सेवारत और सेवानिवृत्त कर्मियों के साथ-साथ उनके परिवारों को सर्वोत्तम सेवाएं प्रदान करना है। इस अवसर पर राजनाथ सिंह ने प्रमुख विभाग परियोजनाओं को लागू करने में अनुकरणीय पहल प्रदर्शित करने के लिए तीन टीमों को उत्कृष्टता के लिए रक्षा मंत्री पुरस्कार 2022 भी प्रदान किए।
पीएम मोदी के विजन को कर रहा साकार
पहल के माध्यम से सशस्त्र बलों के कर्मियों को वेतन और भत्ते और दावों से संबंधित रीयल-टाइम डेटा प्राप्त करने में सक्षम होंगे। इसके अलावा इसके इंटरएक्टिव वॉयस रिस्पॉन्स सिस्टम के माध्यम से, कर्मी फोन के माध्यम से अपनी शिकायतें दर्ज कर सकेंगे और 48 घंटों के भीतर जवाब प्राप्त कर सकेंगे। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इन डिजिटल पहलों को अपनाकर पीएम मोदी के ‘सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन’ के मंत्र को आत्मसात करने के लिए डीएडी की सराहना की। उन्होंने कहा कि विभाग पारंपरिक मूल्यों से जुड़े रहते हुए बदलते समय के अनुसार खुद को विकसित कर रहा है। यह प्रणाली सात पीएओ में लागू की गई है और जल्द ही इसे शेष कार्यालयों में भी लागू कर दिया जाएगा। आइए विस्तार से जानते है सुरक्षाबलों के लिए शुरू की गई इन प्रणालियों के बारे में…
स्पर्श मोबाइल एप
यह एप पेंशनभोगियों को उनके मोबाइल के माध्यम से स्पर्श पोर्टल की महत्वपूर्ण कार्यात्मकताओं तक पहुंच और पहुंच सुनिश्चित करेगा। रक्षा मंत्रालय ने सशस्त्र बलों के पेंशनभोगियों के साथ-साथ रक्षा नागरिकों के लिए रक्षा पेंशन की मंजूरी और संवितरण के लिए एक एकीकृत प्रणाली के रूप में पोर्टल (https://sparsh.defencepension.gov.in/) लागू किया। पेंशनभोगी पोर्टल पर लॉग इन कर सकते हैं और अपने पेंशन संबंधी मुद्दों को हल कर सकते हैं।
स्पर्श को एक ऐतिहासिक कदम बताते हुए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह सरकार का प्रयास है कि सैनिकों के जीवनकाल में और साथ ही मृत्यु के बाद भी सेवारत कर्मियों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को सर्वोत्तम सेवाएं प्रदान की जाएं। उन्होंने कहा कि सही समय पर सही पेंशन देने पर विशेष जोर दिया जा रहा है। रक्षा मंत्री ने डीएडी से पेंशनभोगियों की शिकायतों का त्वरित और गुणवत्तापूर्ण निपटान अपनी पहली प्राथमिकता बनाने का आह्वान किया। उन्होंने समस्याओं के मौके पर समाधान के लिए नियमित रूप से आउटरीच कार्यक्रम और ‘रक्षा पेंशन समाधान’ आयोजित करने के लिए विभाग की प्रशंसा की और उनसे उस दिशा में काम करना जारी रखने का आग्रह किया।
अग्निवीर वेतन प्रणाली
यह प्रणाली अग्निपथ के लिए कुशल वेतन प्रबंधन की सुविधा प्रदान करेगी, जो जल्द ही सरकार की परिवर्तनकारी अग्निपथ योजना के माध्यम से सशस्त्र बलों में शामिल होंगे। पूरी तरह से स्वचालित आईटी प्रणाली अग्निवीरों के दावा प्रसंस्करण और पे-रोल प्रबंधन को सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष और सुरक्षित पोर्टल होगी।
रक्षा यात्रा प्रणाली
यह प्रणाली रेल और हवाई टिकटों की बुकिंग से लेकर रक्षा सेवाओं और नागरिकों के लिए अपने पोर्टल पर कैशलेस और पेपरलेस बनाने के लिए शुरू से अंत तक समाधान प्रदान करती है। यह एयर एक्सचेंज वारंट की जगह रक्षा सेवाओं के लिए विदेश यात्रा के लिए हवाई टिकट की बुकिंग की सुविधा प्रदान करेगा। यह रसीद और टिकट बुकिंग के बीच के समय के अंतराल को कम कर देगा और यात्रा अधिकारी के लिए आखिरी परेशानी को खत्म कर देगा।
दर्पण
रक्षा लेखा रसीदें और भुगतान प्रणाली तीसरे पक्ष के बिल भुगतान और लेखांकन के लिए एक एकीकृत समाधान है। इसकी रीयल-टाइम प्रोसेसिंग विभिन्न लेखांकन और वित्तीय प्रदर्शनों में व्यापक अंतर्दृष्टि प्रदान करेगी।
दर्पण रक्षा वेतन नागरिक प्रणाली
इस प्रणाली में एकल, केंद्रीकृत और पूरी तरह से स्वचालित प्रणाली के माध्यम से सभी रक्षा नागरिकों के वेतन के संवितरण की परिकल्पना की गई है। दोनों इकाइयों और पीसीडीए/सीडीए कार्यालयों को सिस्टम तक पहुंच प्रदान की गई है और इकाइयां पोर्टल पर ही भुगतान की स्थिति की जांच कर सकेंगी।
रक्षा लेखा मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली
एप्लिकेशन के लॉन्च के साथ, विभाग डिजिटल रूप से सक्षम मानव संसाधन प्रबंधन के एक नए प्रतिमान में कदम रखता है। प्लेटफ़ॉर्म में ई-सर्विस बुक, लीव मैनेजमेंट, पे रोल जनरेशन और प्रमोशन विवरण जैसे विभिन्न स्वयं-सेवा मॉड्यूल हैं जो कर्मचारियों के लिए मोबाइल ऐप के माध्यम से, कहीं भी, कभी भी उपलब्ध होंगे।
राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करने की जारी रहेगी कवायद
भारत ने आजादी के 75 साल पूरे कर लिए हैं, यह 2047 तक दुनिया के सबसे शक्तिशाली देशों में से एक बनने के लिए ‘अमृत काल’ में पीएम मोदी के नेतृत्व में नए आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प के साथ आगे बढ़ रहा है। भारत के पास एक मजबूत सेना है, जो एक ‘आत्मानिर्भर’ रक्षा उद्योग द्वारा निर्मित अत्याधुनिक हथियारों/उपकरणों से लैस हो रही है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूत करना शुरू से ही हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता रही है। 2022-23 में रक्षा मंत्रालय को कुल 5.25 लाख करोड़ रुपये के बजट का आवंटन उस अटूट संकल्प का प्रमाण है। डीएडी इस प्रयास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।