कैबिनेट मंत्री ने मक्खू स्थित आढ़तिया एसोशिएशन के प्रधान विजय कालड़ा के घर की मुलाकात
कहा- किसान और आढ़तियों का गहरा रिश्ता, हर सुख-दुख में देते हैं एक-दूसरे का साथ
CHANDIGARH: केंद्र सरकार किसानों के आंदोलन को दबाने के लिए हर तरह के हत्थकंडें अपना रही है। बीते दिनों आढ़तिया एसोसिएशन के प्रधान विजय कालड़ा के घर केंद्र सरकार की शह पर की गई इनकम टैक्स की रेड पूरी तरह से बदले की भावना है।
शिक्षा मंत्री विजय इंदर सिंगला ने मक्खू स्थित आढ़तिया एसोसिएशन के प्रधान विजय कालड़ा के घर पहुँचने पर पत्रकारों के साथ बातचीत करते हुए यह बात कही। उन्होंने कहा कि कल से लगातार पंजाब के आढ़तियों के पर इनकम टैक्स के रेड हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि आढ़तियों और किसानों का गहरा रिश्ता है और बहुत लंबे समय से दोनों वर्गों ने आपस में मिल कर व्यापार ही नहीं हर सुख- दुख की घड़ी में एक-दूसरे का साथ दिया है।
उन्होंने कहा कि पंजाब के किसान, मजदूर, दुकानदार सभी की तरफ से एक परिवार के रूप में काम किया जाता है। पिछले दिनों से यह देखने में आया है कि केंद्र सरकार के अधीन सी.आर.पी.एफ के जवानों की दो बसें भर कर इनकम टैक्स की टीम ने आढ़तिया एसोसिएशन के प्रधान विजय कालड़ा के घर रेड किया। कल प्रात:काल पटियाला में वहाँ के जिला प्रधान रजिन्दर राणा के घर भी सी.आर.पी.एफ के साथ मिलकर इनकम टैक्स ने रेड की और साथ ही समाना में भी आढ़तिया एसोसिएशन के प्रधान पवन बांसल के घर में जाकर रेड की गई और इसी तरह नवां शहर में भी एसोसिएशन के प्रधान बिट्टू जी के घर रेड की गई, जोकि किसान आंदोलन को दबाने के लिए बदले की भावना ही है।
कैबिनेट मंत्री ने कहा कि जब मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह और कांग्रेस पार्टी ने मिल कर कानूनों को रद्द करने का काम किया तो कैप्टन अमरिन्दर सिंह के घर भी ई.डी. ने पत्र भेज कर उन पर और उनके परिवार पर भी पर्चा दर्ज करने का काम किया। इसके बाद जब दिल्ली में केंद्र सरकार के मंत्री ने किसानों के साथ बातचीत की तो उन्होंने किसानों को ही आपस में तोडऩे का काम किया। अब जब केंद्र सरकार किसानों के आंदोलन को बंद करने में नाकाम रही है तो पंजाब में आढ़तिया एसोसिएशन के प्रधान को सी.आर.पी.एफ की दो बसें भर कर इनकम टैक्स की रेड करके डराने की कोशिश की है जोकि पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि किसान या आढ़ती किसी भी तरह के साथ केंद्र सरकार के हत्थकंडे से न ही डरेंगे और न ही पीछे हटेंगे।
उन्होंने कहा कि कोविड 19 के दौरान जब किसान आंदोलन शुरू हुआ था तो उन्होंने संगरूर में सभी किसानों के साथ मीटिंग की थी और उस मीटिंग में भी सभी आढ़तिया एसोशिएशन के प्रधानों ने किसान भाइयों का साथ देने का वायदा किया था और उस समय से लेकर अब तक चाहे किसानों की तरफ से दिल्ली में धरने दिए गए या किसानों के हक के लिए खड़े हुए, हर संघर्ष में सभी जत्थेबंदियां और एसोसिएशन ने किसानों का साथ दिया। अब जब आढ़तियों भाइयों ने दिल्ली में किसानों को समर्थन देने की बात की तो यह बात केंद्र सरकार को नहीं हजम हुयी और इनकम टैक्स की रेड करके इस तरह की कार्यवाहियों को अंजाम दिया गया।
उन्होंने कहा कि पंजाब के किसान, आढ़तियों और मजदूर सभी किसान भाइयों के साथ डट कर खड़े हैं, खड़े रहेंगे और मरते हुए दम तक इकठ्ठा होकर अपने हकों के लिए लड़ाई लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि पंजाब के हर घर के मैंबर की तरफ से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप में पंजाब और देश के लिए बलिदान दिया है, जिसमें चाहे देश की आजादी हो, आतंकवाद का समय हो कभी भी पंजाबी पीछे नहीं हटे हैं। उन्होंने समूह किसान भाईयों से अपील करते हुए कहा कि किसी भी तरह के साथ घबराने की जरूरत नहीं है और हर हालत के में यह काले कानूनों को रद्द करके ही हटेंगे।
इस मौके पर आढ़तियों एसोशिएशन के प्रधान विजय कालड़ा, पूर्व मंत्री पंजाब स. इन्द्रजीत सिंह जीरा, प्रधान नगर पंचायत मक्खू महिंद्र मदान, चेयरमैन मार्केट कमेटी स. गुरमेज सिंह बाहरवाली समेत आदरणीय सज्जन उपस्थित थे।