पलटवार: अब कांग्रेस ने भाजपा को ठहराया फरेबी, जारी किए सुबूत, रामवीर भट्टी को सुनाई खरी-खरी

कई महिलाओं के भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने के बाद दोनों पार्टियां आमने-सामने आईं

CHANDIGARH: एक दिन पहले भाजपा की कई महिला कार्यकर्ताओं के कांग्रेस में शामिल होने के बाद चंडीगढ़ में भाजपा-कांग्रेस आमने-सामने आ गई हैं। मामला आज तब गर्मा गया जब भाजपा के चंडीगढ़ प्रदेश महासचिव रामवीर भट्टी ने कांग्रेस में शामिल हुई महिलाओं को भाजपाई मानने से इंकार करते हुए चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा पर झूठ बोलने का आरोप लगा दिया। इसके बाद अब चंडीगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष दीपा दुबे ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुई महिलाओं के पहले भाजपाई होने का सुबूत जारी कर भाजपा व रामवीर भट्टी को ही फरेबी ठहराते हुए भट्टी को जमकर खरी-खरी सुनाई है।

रामवीर भट्टी का बयान भाजपा की बौखलाहट व मानसिकता को दर्शाता है: दीपा दुबे
चंडीगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष दीपा दुबे ने भाजपा प्रदेश महामंत्री रामवीर भट्टी के बयान को अभद्रता बताया। उन्होंने कहा कि रामवीर भट्टी का अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए यह बयान और दावा कि भारतीय जनता पार्टी की कोई महिला या कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल नहीं हुई है, अपने आप में भाजपा की बौखलाहट और उनकी मानसिकता को दर्शाता है। दीपा दुबे ने कहा कि रामवीर भट्टी को शर्म आनी चाहिए कि उन्हें यही नहीं पता कि उनके संगठन में कौन कार्य करता है और कौन नहीं। बौखलाहट में महिलाओं को बरगलाने का आरोप कांग्रेस पर लगाना उनकी ओछी मानसिकता दर्शाता है। दीपा दुबे ने कहा कि बड़ी ही शर्म की बात है कि जो सरकार ‘बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ का नारा हर वक्त देती है वह अपने ही संगठन की महिलाओं और बेटियों को संभाल कर नहीं रख पा रही। अगर रख पाती तो महिला और बेटियों का पूरा का पूरा परिवार कांग्रेस से नहीं जुड़ता।

कांग्रेस ने आज सुबूत के रूप में यह फोटो जारी किए। दावा किया गया है कि इन तस्वीरों में बीजेपी महिला मोर्चा की पूर्व प्रदेश सचिव अनामिका सिंह और पूर्व जिला अध्यक्ष बबिता अपनी टीम के साथ 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के लिए काम करती दिख रही हैं, जो कि अब अपनी टीम लेकर कांग्रेस में शामिल हो गई हैं।

भाजपा यूज एंड थ्रो की पॉलिसी से बाज नहीं आएगी तो ऐसे ही पलायन होगा
चंडीगढ़ प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष दीपा दुबे ने कहा कि पहले अपने कार्यकर्ताओं को गुमराह करना, फिर गलत नीतियों पर कार्यकर्ताओं द्वारा टोके जाना और फिर उनसे काम लेकर उनको साइडलाइन कर देना, यह भाजपा की नीति है। जब तक भाजपा अपनी ‘यूज एंड थ्रो पॉलिसी’ से बाज नहीं आएगी तब तक आने वाले दिनों में भाजपा के कार्यकर्ताओं का इसी तरीके से पलायन होता रहेगा। दीपा दुबे ने यह भी कहा कि इलेक्शन के दौरान पूरे देश में भाजपा नेताओं ने ‘मिस कॉल अभियान’ चलाया और न जाने कितने लोगों के नाम रजिस्टर किए। इन्हें अपना कार्यकर्ता माना। फिर मेंबरशिप ड्राइव शुरू किया, जिसके तहत लाखों लीगों के भाजपा से जुड़ने का दावा किया गया। भाजपा को जब इनसे काम था, इनको काम दिया और जब संगठन के कार्यकर्ताओं के हित की बात आई तो उन्हें दूध की मक्खी की तरह निकाल फेंका। जब यही कार्यकर्ता कांग्रेस में शामिल हुए तो अब भाजपा नेता छटपटा रहे हैं।

अपने गरेबान में झांकें रामवीर भट्टी
दीपा दुबे ने कहा कि कांग्रेस पर उंगली उठाने के बजाय रामवीर भट्टी अपने अंतर्मन में झांकें। रामवीर भट्टी को अपनी पोस्ट और उम्र का लिहाज रखते हुए विपक्ष के अध्यक्ष के लिए ही नहीं, बल्कि अन्य नेताओं के लिए भी जो वह टिप्पणी करते हैं उसमें शब्दों की गरिमा बनाए रखनी चाहिए। दीपा दुबे ने सवाल उठाया कि बीजेपी की तरफ से बयान उनकी महिला मोर्चा अध्यक्ष को देना चाहिए था। उन्होंने भाजपा नेतृत्व से भी कहा कि महिलाओं का मान-सम्मान कैसे रखा जाना चाहिए, ऐसी सभ्यता अपने नेताओ को सिखाए। रामवीर भट्टी को छठपटाने और कांग्रेस के अध्यक्ष या पार्टी पर दोषारोपण करने की बजाय अपने गिरेबान में झांककर देखना चाहिए। दीपा दुबे ने कहा कि जिस पार्टी को अपने बूथ, ब्लॉक और बोर्ड के कार्यकर्ताओं का ही नहीं पता, वह देश क्या चलाएगी।भाजपा को सिर्फ देश को गुमराह करना और धांधली करना आता है। केवल धांधली करके ही यह अभी तक चुनाव जीतती आई है, इसका सरासर प्रमाण बिहार के इलेक्शन हैं लेकिन वह दिन दूर नहीं जब इसके पाप का घड़ा भी फूट जाएगा, क्योंकि जनता सब जानती है, जनता मूर्ख नहीं है।

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