मंडी में फसल लेकर आए किसान को नहीं होनी चाहिए कोई दिक्कतः दुष्यंत चौटाला
उपमुख्यमंत्री ने खरीफ फसल खरीद की तैयारियों को लेकर अधिकारियों के साथ की बैठक
CHANDIGARH: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आगामी 25 सितंबर 2021 से शुरू होने जा रही खरीफ सीजन की फसलों की खरीद के लिए मंडियों में आने वाले किसी भी किसान को कोई समस्या नहीं आनी चाहिए। मंडियों में शैड, सडक़ें, पैकेजिंग बैग, तुलाई मशीनें आदि ठीक कर लें ताकि किसान परेशान न हों।
डिप्टी सीएम, जिनके पास खाद्य,आपूति एवं उपभोक्ता मामले विभाग का प्रभार भी है, ने आज खाद्य, आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, हरियाणा कृषि विपणन बोर्ड, हैफेड, हरियाणा वेयरहाउसिंग कारपोरेशन समेत अन्य एजेंसियों के अधिकारियों से खरीफ फसलों की खरीद को लेकर तैयारियों का अपडेट लिया। बैठक में हैफेड के चेयरमैन कैलाश भगत समेत कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
डिप्टी सीएम ने बैठक के बाद बताया कि खरीफ फसलों की खरीद की तैयारियां प्रदेशभर में जोरों पर चल रही हैं। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार इस बार धान फसल की खरीद 25 सितंबर से शुरू करेगी और यह खरीद कार्य 15 नवंबर तक चलेगा। वहीं बाजरा, मक्का, मूंग आदि फसल की खरीद 1 अक्टूबर से 15 नवंबर तक होगी।
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि इस वर्ष धान खरीद के लिए करीब 200 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। इसी तरह बाजरा के लिए 86, मक्का के लिए 19 और मूंग के लिए 38 खरीद केंद्र होंगे। उन्होंने बताया कि सरकार ने इस खरीफ सीजन में धान के लिए 1940, बाजरा के लिए 2250, मक्का के लिए 1870 रुपये व मूंग के लिए 7275, मूंगफली के लिए 5550 रुपये प्रति क्विंटल न्यूनतम समर्थन मूल्य निर्धारित किया है।
उपमुख्यमंत्री ने किसानों से अपील करते हुए कहा कि किसान मंडी में अपनी फसल बेचने के लिए अपना पंजीकरण जरूर करवाएं, क्योंकि 31 अगस्त तक मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर पंजीकरण करवाना अनिवार्य है।
दुष्यंत चौटाला ने बताया कि अब तक धान बेचने के लिए 2 लाख 90 हजार, बाजरा के लिए 2 लाख 45 हजार व मूंग के लिए 66 हजार से अधिक किसानों ने अपना पंजीकरण करवा लिया है।
इस अवसर पर बैठक में मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री वी.उमाशंकर, खाद्य, आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनुराग रस्तोगी,उपप्रधान सचिव श्रीमती आशिमा बराड़ के अलावा अन्य वरिष्ठï अधिकारी उपस्थित थे।