मुख्यमंत्री ने हरियाणा पुलिस को नशीली दवाओं के खिलाफ युद्ध छेड़ने के लिए किया प्रेरित
CHANDIGARH, 26 JUNE: नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय दिवस के अवसर पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हरियाणा पुलिस को संबोधित करते हुए उनसे नशा बेचने वालों के खिलाफ किए जा रहे प्रयासों को तेज करने और राज्य में नशीली दवाओं के खतरे के खिलाफ पूरी सख्ती के साथ युद्ध छेड़ने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री आज पंचकूला के इंद्रधनुष सभागार में आयोजित एक संवाद कार्यक्रम के दौरान एसएचओ, सीआईए प्रभारियों, थाना मुंशी और हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एचएसएनसीबी) सहित विभिन्न पुलिस इकाइयों के अधिकारियों व कर्मियों को संबोधित कर रहे थे। यह देश में पहली बार है जब किसी मुख्यमंत्री ने नशीली दवाओं के मुद्दे पर सीधे 411 थानों के लगभग 1200 एसएचओ, सीआईए प्रभारियों, थाना मुंशी से नशे की रोकथाम के लिए सीधा संवाद किया।
मुख्यमंत्री ने पुलिस बल की उनके अथक समर्पण के लिए सराहना की और नशीली दवाओं के दुरुपयोग से निपटने के लिए सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम के दौरान उन्होंने सभी पुलिस अधिकारियों को पुलिस स्टेशनों में तैनात कर्मियों के बराबर एक महीने में अधिकतम 20 डेली देने की घोषणा की। उन्होंने कांस्टेबलों और हेड कांस्टेबलों के लिए 200 रुपये, एएसआई के लिए 250 रुपये, एसआई के लिए 300 रुपये और इंस्पेक्टरों के लिए 400 रुपये मासिक मोबाइल भत्ता देने की भी घोषणा की। इसके अलावा, सीएम ने यह भी घोषणा की कि पुलिस स्टेशनों में तैनात मुंशियों को आतिथ्य सत्कार के लिए प्रति माह 3000 रुपये दिए जाएंगे।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने हरियाणा पुलिस का प्रहरी ऐप भी लॉन्च किया। उन्होंने हरियाणा पुलिस के प्रतीक चिन्ह का भी अनावरण किया और इसे हरियाणा के पुलिस महानिदेशक श्री प्रशांत कुमार अग्रवाल की वर्दी पर सुशोभित भी किया।
मुख्यमंत्री ने नशीली दवाओं से संबंधित बढ़ती समस्या तथा युवाओं और समाज पर इसके पड़ने वाले दुष्प्रभावों को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की। उन्होंने एक बहु-आयामी दृष्टिकोण की आवश्यकता पर प्रकाश डाला जिसमें सख्त कानून प्रवर्तन, सामुदायिक भागीदारी और नशीली दवाओं की तस्करी और खपत को रोकने के लिए सक्रिय उपाय शामिल होने चाहिए।
उन्होंने नशे की लत से प्रभावित युवाओं को मुख्यधारा में वापस लाने और बच्चों को नशीली दवाओं की लत के खतरों से बचाने के महत्व पर भी बल दिया ताकि उन्हें आपराधिक गतिविधियों में शामिल होने से रोका जा सके।नशीली दवाओं के तस्करों को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने में हरियाणा पुलिस के प्रयासों की सराहना करते हुए मुख्यमंत्री ने मादक पदार्थ की तस्करी में शामिल व्यक्तियों को पकड़ने और व्यापार से जुड़े नेटवर्क को उजागर करने में उनके सफल कार्यों की मुक्त कंठ से प्रशंसा की। उन्होंने फील्ड इकाइयों के साथ समन्वित प्रयासों के लिए हरियाणा राज्य नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की भी सराहना की, जिससे ड्रग तस्करों की गिरफ्तारी हुई और पर्याप्त मात्रा में नशीले पदार्थों की बरामदगी हुई है।
मुख्यमंत्री ने नशीली दवाओं के तस्करों के खिलाफ जून में चल रहे ‘ऑपरेशन ध्वस्त‘ की प्रशंसा की।
नशीली दवाओं के दुरुपयोग को व्यापक और संवेदनशील तरीके से निपटने के लिए पुलिस अधिकारियों और कर्मियों को अपने-अपने क्षेत्रों में एकजुट होने का आह्वान करते हुए मुख्यमंत्री ने दृढ़ संकल्प और साहस के माध्यम से युवाओं को नशा मुक्त भविष्य की दिशा में मार्गदर्शन करने की उनकी क्षमता पर विश्वास व्यक्त किया।
कार्यक्रम के दौरान गृह मंत्री अनिल विज ने देश की प्रगति और भविष्य में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला और उन्हें नशे की लत में पड़ने से रोकने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने अवैध मादक पदार्थों की तस्करी और दुरुपयोग से होने वाली समस्याओं को रेखांकित किया, जिनमें स्वास्थ्य को नुकसान, सामाजिक अस्थिरता और अपराध दर में वृद्धि शामिल है। उन्होंने इस मुद्दे पर काबू पाने के लिए एकता और सामूहिक प्रयासों का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि नशे के कारोबार में लिप्त लोगों को बख्शा नहीं जाएगा।
डीजीपी हरियाणा पी.के. अग्रवाल ने मुख्यमंत्री और गृह मंत्री का स्वागत किया और नशीले पदार्थों से निपटने के लिए आवश्यक व्यापक दृष्टिकोण पर बल दिया, जिसमें शिक्षा, पुनर्वास और सक्रिय सामुदायिक भागीदारी शामिल है। उन्होंने नशीली दवाओं से मुक्त भविष्य की आवश्यकता पर प्रकाश डालते हुए युवाओं को नशीली दवाओं की लत के खतरों के बारे में शिक्षित करने के महत्व पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
कार्यक्रम में अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) टी.वी.एस.एन. प्रसाद सहित अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी उपस्थित थे।