लाइब्रेरी क्लब ‘राह’ ने किया प्रेरक वार्ता का आयोजन
CHANDIGARH, 2 JUNE: डीएवी कॉलेज सेक्टर -10 चंडीगढ़ की लाइब्रेरी और लाइब्रेरी क्लब ‘राह’ ने आज ‘नेतृत्व’ विषय पर एक प्रेरक वार्ता का आयोजन किया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता शहीद कैप्टन विक्रम बत्रा के जुड़वां भाई विशाल बत्रा थे। कैप्टन विक्रम बत्रा ने वर्ष 1999 में कारगिल युद्ध में अपने जीवन का सर्वोच्च बलिदान दिया। विशाल बत्रा डीएवी कॉलेज सेक्टर -10 चंडीगढ़ के पूर्व छात्र हैं और वह वर्तमान में डिफेंस और मिलिट्री के लिए काम करने वाली एक कम्पनी में कंट्री बिजनेस हेड के रूप में काम कर रहे हैं।
कार्यक्रम की शुरुआत कॉलेज के पूर्व छात्र रहे बहादुर शहीदों को श्रद्धांजलि देकर की गई। इस अवसर पर कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. पवन शर्मा ने मुख्य अतिथि का स्वागत किया और छात्रों को अपने कौशल, बुद्धि व ज्ञान का सही तरीके से उपयोग करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने उन्हें राष्ट्र की ताकत बनने की प्रेरणा दी। इसके बाद कॉलेज की लाइब्रेरियन श्रीमती दीप्ति मदान ने उपस्थित सभी लोगों का स्वागत किया। उन्होंने छात्र समुदाय से उनके समग्र विकास के लिए कड़ी मेहनत करने का आह्वान किया। डीएवी कॉलेज के लाइब्रेरी क्लब ‘राह’ के अध्यक्ष आकाश ने सभी को क्लब के मिशन और ‘राह’ द्वारा समय-समय पर आयोजित की जा रहीं विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराया। इसके बाद विशाल बत्रा ने छात्रों के सामने नेतृत्व के विभिन्न पहलुओं को उजागर किया। उन्होंने उन्हें विभिन्न तरीकों और साधनों से प्रबुद्ध किया, जो उन्हें आज और कल का गतिशील नेता बनने में सक्षम बना सकते हैं। बत्रा ने कहा कि एक नेता को सीखने को अपना आजीवन जुनून बनाना होता है। उसमें वह देखने की क्षमता होनी चाहिए, जो दूसरे नहीं देख सकते। बदलते समय के साथ तालमेल बैठाना नेतृत्व करने वाले का एक और बहुत जरूरी गुण है। एक सच्चे नेता में अपनी टीम के सदस्यों को उचित श्रेय देने का उत्कृष्ट गुण होता है, जो एक महान बूस्टर है। उन्होंने 3 एच ‘सिर, दिल और हाथ’ के महत्व पर जोर दिया, जिनका किसी भी कार्य में पूरे दिल से प्रयोग करने से इसका सफल अनुपालन सुनिश्चित हो सकता है। अंत में ‘राह’ के उपाध्यक्ष हिमांशु और कार्यकारी सदस्य हिमांशी ने सभी का धन्यवाद व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन ‘राह’ की महासचिव निष्ठा और कार्यकारी सदस्य वंशिका ने किया।