केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफेयर्स राज्यमंत्री ने कहा-कांग्रेस ने कचरों के डब्बे में वैक्सीन नहीं जनता का विश्वास, जरूरतमंदों की आस और बीमारों की उखड़ती सांसों को फेंका
CHANDIGARH: केंद्रीय वित्त एवं कॉरपोरेट अफेयर्स राज्यमंत्री अनुराग सिंह ठाकुर ने कांग्रेस शासित राज्यों में कोरोना वैक्सीन की कालाबाज़ारी व वैक्सीन की बर्बादी को दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कांग्रेस पार्टी द्वारा जनभावना व मानवता को तार-तार करने की बात कही है।
अनुराग ठाकुर ने एक बयान जारी कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में कोरोना महामारी के खिलाफ जंग में टीकाकरण अभियान जोर-शोर से जारी है। जहां मोदी सरकार के सार्थक प्रयासों से देश भर में 22.10 करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है, वहीं कांग्रेस शासित राज्यों द्वारा कोरोना वैक्सीन की कालाबाजारी व वैक्सीन को बर्बाद कर टीकाकरण अभियान को धीमा करने का कुत्सित प्रयास किया जा रहा है। कांग्रेस के युवराज राहुल गांधी वैक्सीन की कमी को लेकर रोज घड़ियाली आंसू बहाते हैं और केंद्र सरकार को नसीहत देते हैं। उधर कांग्रेस शासित राज्य सरकारें अपनी कमियों और कुप्रबंधन पर पर्दा डालने के लिए जनता को गुमराह और केन्द्र सरकार को बदनाम करने का दुर्भाग्यपूर्ण कार्य कर रही हैं।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस शासित राज्यों के मुख्यमंत्री अमरेन्द्र सिंह व अशोक गहलोत गांधी परिवार की नाक के नीचे व उनके संरक्षण में वैक्सीन की हेर-फेर में लिप्त हैं। पंजाब में अपनी “फॉरएवर फेवरेट वन टू का फ़ोर पॉलिसी” के अंतर्गत कांग्रेस सरकार केंद्र से मुफ़्त मिली वैक्सीन महँगे दामों पर प्राइवेट अस्पतालों को बेच रही है। केंद्र सरकार मुफ़्त में राज्यों को वैक्सीन दे रही है मगर पंजाब सरकार ने वही टीका ₹1060 प्रति डोज़ की दर से प्राइवेट अस्पतालों को बेच दिया। पंजाब में अब प्राइवेट अस्पताल वही टीका आम जनता को ₹1560 प्रति डोज़ की दर से लगा रहे हैं।मतलब जो टीका जनता को मुफ़्त में लगाना था कांग्रेस राज में वही टीका ₹ 3120 में लग रहा है। जनता के हितों की इतनी अनदेखी कर राहुल गांधी सिर्फ़ अपनी ट्विटर राजनीति में मस्त हैं। क्या राहुल गांधी अपने मुख्यमंत्रियों से वैक्सीन की बर्बादी पर प्रश्न पूछने की ज़हमत उठाएँगे?
अनुराग ठाकुर ने कहा कि राजस्थान में गहलोत सरकार पंजाब से दो कदम आगे निकल गई।राजस्थान में पहले 11.50 लाख से भी अधिक वैक्सीन की डोज बर्बाद की गई। अब राज्य के दस जिलों के 35 वैक्सीनेशन सेंटर पर वैक्सीन की हज़ारों डोज़ कचरे के डिब्बे में मिली हैं। और तो और राजस्थान में टीकों के गाड़ने व जलाए जाने की भी खबरें सामने आ रही हैं। कांग्रेस ने ये कचरों के डब्बे में वैक्सीन नहीं जनता का विश्वास , ज़रूरतमंदों की आस और बीमारों की उखड़ती साँस को फेंका है। आश्चर्यजनक है कि ज़्यादातर वायल 20 से 75 प्रतिशत तक भरे हुए थे। मुख्यमंत्री गहलोत ने राहुल गांधी और कांग्रेस के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ मिलकर वैक्सीन के खिलाफ गलत सूचना अभियान चलाया जिसका दुष्परिणाम जनता को भुगतना पड़ रहा है।ये सरसार विश्वासघात है ,जनता माफ़ नहीं करेगी।
अनुराग ठाकुर ने कहा कि वैक्सीन की बर्बादी में व इस राजनीति में सिर्फ़ कांग्रेस ही नहीं बल्कि बाक़ी के विपक्षी दल भी इस खेल में शामिल हैं।केजरीवाल, ममता बनर्जी, पिनाराई विजयन, भूपेश बघेल से लेकर हेमन्त सोरेन सब ने अपनी राजनैतिक रोटियाँ सेंकने के लिए पहले तो अपने प्रदेशों में राज्य के खर्चे से फ़्री वैक्सीन देने के लोकलुभावन वादे कर किए मगर जब इसे लागू करने की बारी आई तो चुपके से गेंद केंद्र के पाले में डाल दी। इनकी निर्लज्जता, स्वार्थ व महत्वाकांक्षा का ख़ामियाजा जनता को उठाना पड़ रहा है मगर मोदी सरकार व भाजपा का एक एक कार्यकर्ता आपदा की घड़ी में 135 करोड़ हिंदुस्तानियों के साथ कंधे से कंधा मिला कर खड़ा है। केंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अब तक 24 करोड़ वैक्सीन (24,17,11,750) से अधिक खुराक नि:शुल्क वर्ग में और राज्यों द्वारा सीधी खरीद के जरिये मुहैया कराई हैं। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास अब भी दो करोड़ से अधिक (2,20,62,470) कोविड वैक्सीन की खुराकें मौजूद हैं, जिन्हें अभी लगाया जाना बाक़ी है।