CHANDIGARH, 22 APRIL: मरीजों के लिए चिकित्सक भगवान् का रूप होते हैं | एक डॉक्टर तब तक हार नहीं मानता जब तक कि मरीज की अंतिम सांस चल रही हो। उसकी जान बचाने के लिए वे निरंतर प्रयास रत रहते हैं। कोरोना के दौरान चंडीगढ़ के सभी अस्पताल के डॉक्टरों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों ने अपनी जान की परवाह न करते हुए मरीजों के इलाज में लगातार लगे रहे। कई कोरोना से ग्रसित होकर शहीद भी हुए। उस समय अपना घर, परिवार सब त्याग कर बिना थके एक-दूसरे का हौसला बढ़ाते हुए मरीजों की सेवा करते रहे। ये बात चंडीगढ़ लोकसभा सीट पर भाजपा उम्मीदवार संजय टंडन ने सेक्टर-35 स्थित इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आईएमए) द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान कही। एसोसिएशन के सदस्यों ने संजय टंडन का भव्य स्वागत किया।
इस अवसर पर उपस्थित प्रतिष्ठित डॉक्टर्स और मेडिकल क्षेत्र से जुड़े अन्य लोगों को सम्बोधित करते हुए टंडन ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के सांसद कार्यकाल में सेक्टर-32 के मेडिकल कॉलेज में चंडीगढ़ के छात्र व छात्राओं के लिए सीटें पहले 50 से 100, फिर 100 से 150 तक करवाई गईं। इतना ही नहीं, सेक्टर 45 व शहर के अन्य सेक्टरों में छोटे अस्पतालों का भी निर्माण करवाया गया।
इस मौके पर डाॅ. नीरज नागपाल ने टंडन को एसोसिएशन के लम्बित पड़े मुद्दों से अवगत करवाया, जिनमें शहर में डॉक्टरों के खिलाफ हिंसा रोकने के कानून को लागू करना, डॉक्टरों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की समीक्षा करना और डॉक्टरों के खिलाफ मामला एक ही फोरम में दर्ज करना शामिल है। उनकी समस्याओं को सुनने के उपरान्त संजय टंडन ने आश्वासन दिया कि इन सभी मांगों को वह लोकसभा में पहुंचने के उपरान्त मोदी सरकार के समक्ष रखेंगे और हल करवाने का भरसक प्रयास करेंगे।