CHANDIGARH: हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने कहा कि पंजाब सरकार फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य के नाम पर किसानों के साथ धोखा कर रही है। अगर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह किसानों के इतने ही हितैषी हैं तो पंजाब को गेहूं व धान की खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर करने की बजाय सरसों, बाजरा, दलहन, सूरजमुखी जैसी अन्य फसलों की भी खरीद एमएसपी पर करनी चाहिए।
उपमुख्यमंत्री, जिनके पास खाद्य आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग का पदभार भी है, आज आवास बोर्ड के नवनियुक्त चेयरमैन दादरी के पूर्व विधायक राजदीप फोगाट को विधिवत रूप से उनके कार्यालय में पदभार ग्रहण करवाने उपरांत पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
एक प्रश्न के उत्तर में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि धान की 1509 किस्म की एफसीआई द्वारा खरीद नहीं की जाती इसलिये हरियाणा सरकार ने निर्णय लिया है कि 1509 किस्म की धान की खरीद अन्य किस्मों की तर्ज पर हैफेड द्वारा 1888 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जायेगी। उन्होंने कहा कि हरियाणा में पांच अन्य फसलों की खरीद भी केंद्र सरकार के न्यूनतम समर्थन मूल्य की बजाय अपने स्तर पर न्यूनतम समर्थन मूल्यों के साथ की जाती है।
बाद में उपमुख्यमंत्री ने शूगरफैड के नवनियुक्त चेयरमैन एवं विधायक रामकरण काला व हरियाणा खादी बोर्ड के चेयरमैन एवं विधायक रामनिवास को भी उनके कार्यालय में जाकर विधिवत रूप से कार्यभार ग्रहण करवाया। तदोपरांत चौटाला ने पवन खरखौदा को सैक्टर 22,चंडीगढ़ स्थित हरियाणा अनुसूचित जातियां वित्त एवं विकास निगम कार्यालय में उनको पदभार भी ग्रहण करवाया।
इस अवसर पर विधायक ईश्वर सिंह, आवास बोर्ड के मुख्य प्रशासक अंशज सिंह तथा सचिव ममता शर्मा के अलावा जिला प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी व नवनियुक्त चेयरमैनों के परिवार के सदस्य एवं उनके समर्थक भी उपस्थित थे।