CHANDIGARH: डिजिटल पंजाब की ओर एक कदम और बढ़ाते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने गुरूवार को वर्चुअल तौर पर राज्य स्तरीय एकीकृत हेल्पलाइन नंबर 1100 (Helpline Number 1100) की शुरुआत की जिससे लोगों को समूह सेवाएं निर्विघ्न तरीके से प्रदान करने के इलावा उनकी शिकायतों का निपटारा किया जा सके। इसके इलावा मुख्यमंत्री की तरफ से प्रांतीय दाखि़ला पोर्टल https://admission.punjab.gov.in में विस्तार करते हुए इसको 31 अगस्त, 2021 तक बढ़ा दिया जिससे राज्य के विभिन्न सरकारी कालेजों में दाखि़ला लेने के इच्छुक विद्यार्थियों को कोई मुश्किल पेश न आए।
अपने संबोधन में मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक इस पोर्टल पर तकरीबन 42000 विद्यार्थी रजिस्टर हो चुके हैं। इस सांझा दाखि़ला पोर्टल से दाखि़ला प्रक्रिया 100 प्रतिशत संपर्क रहित होगी क्योंकि आवेदकों को शारीरिक तौर पर उपस्थित होने की ज़रूरत नहीं पड़ेगी जिससे उनका कोरोना से बचाव रहेगा।
एक अन्य लोक पक्षीय पहल के रूप में 1100 हेल्पलाइन का जि़क्र करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे लोगों को सिर्फ़ एक बटन दबाने के साथ ही विभिन्न सेवाओं के लाभ हासिल हो सकेंगे। उन्होंने आगे कहा कि इस निवेकली पहल में कई अन्य तकनीकी पक्ष जैसे कि चैट, ई -मेल, वटसऐप और एस.एम.एस. भी जल्दी ही जोड़े जाएंगे।
मुख्यमंत्री ने विभिन्न विभागों के सचिवों को निर्देश दिए कि अपने-अपने विभागों के कामकाज की साप्ताहिक समीक्षा नियमित तौर पर की जाये। इसके साथ ही उनकी तरफ से मुख्य सचिव को अपने स्तर पर समय -समय पर लोक पक्षीय सेवाऐं प्रदान करने के कामकाज सम्बन्धी इन विभागों की समीक्षा करने के लिए भी कहा गया। कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि समूह शिकायतों का निपटारा सन्तोषजनक ढंग से किया जाये।
इस मौके पर उच्च शिक्षा मंत्री तृप्त रजिन्दर सिंह बाजवा ने कहा कि इस दाखि़ला पोर्टल से विद्यार्थियों की काफी देर की माँग पूरी हुई है और इस पोर्टल के द्वारा वह कई कालेजों में एक ही आवेदन फार्म के द्वारा हस्ताक्षर दे सकते हैं।
प्रशासकीय सुधार और सार्वजनिक शिकायतें विभाग के विशेष सचिव रवि भगत ने इस मौके पर जानकारी देते हुए बताया कि 1100 हेल्पलाइन को पी.जी.आर.ऐस. के पोर्टल के साथ भी जोड़ा गया है और यह सिर्फ़ ग़ैर-आपातकालीन सेवाओं के लिए होगा। इस पोर्टल को डिजिटल पंजाब पहलकदमी की दिशा में एक बड़ा कदम बताते हुए उन्होंने यह भी कहा कि कई हेल्पलाईनों के कारण लोग अक्सर दूविधा में पड़ जाते थे। परन्तु, अब यह नयी हेल्पलाइन उनको 1100 नंबर (Helpline Number 1100) डाईल करके अपनी शिकायतें दर्ज और उनकी स्थिति का पता लगाने के इलावा वेब पोर्टल: connect.punjab.gov.in, सेवा केन्द्रों, एम सेवा और ई -सेवा मोबाइल ऐपलीकेशनों के द्वारा भी अपनी शिकायतें रजिस्टर करवा के उनका पता करवा सकते हैं। समूह विभागों को 247 शिकायतों की स्थिति का पता लाने के लिए एक दूसरे के साथ आनलाइन विधि से जोड़ा गया है।
इससे पहला उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव आर.के. गंटा ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि 2021-22 के सैशन के लिए केंद्रीकृत आनलाइन दाखि़ला प्रक्रिया पंजाब के सभी कालेजों में 2 अगस्त, 2021 को शुरू हो चुकी है और मौजूदा समय राज्य के 59 सरकारी कालेजों में अंडर ग्रैजुएट और पोस्ट ग्रैजुएट पाठ्यक्रमों में दाखि़ले के लिये यह प्रक्रिया जारी है। उन्होंने मुख्यमंत्री को यह भी जानकारी दी कि इस दाखि़ला पोर्टल के और भी कई अहम पहलू हैं जैसे कि डिजिलॉकर के द्वारा शैक्षिक सर्टीफिकेटों की संपर्क रहित वैरीफिकेशन, जाति सर्टिफिकेट (एस.सी. /बी.सी.) की स्वै-जांच और आवेदक के डोमिसाइल सर्टिफिकेट की स्वै-जांच, पोर्टल के द्वारा करना और राज्य की यूनिवर्सिटी के नियमों के मुताबिक फ़ीसें निर्धारित करना, पोर्टल द्वारा विद्यार्थी का इनरोलमैंट नंबर आनलाइन जारी करना, अदायगियाँ आनलाइन और ऑफलाईन दोनों ढंगों से करना और जरूरतमंद विद्यार्थियों के लिए किश्तों में अदायगियों का प्रावधान।
इस मौके पर बठिंडा से गर्विता शर्मा, अमृतसर से मुस्कान पुरी और होशियारपुर से छात्रा मनमीत कौर के पिता ने इस नये दाखि़ला पोर्टल के बारे अपने विचार सांझे किये और दाखि़ला प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद किया।
इस मौके पर अन्य उपस्थित व्यक्तियों में वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत, उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा, मुख्य सचिव विनी महाजन, अतिरिक्त मुख्य सचिव (विकास) अनिरुद्ध तिवारी और उच्च शिक्षा विभाग के सचिव वी. के. मीना शामिल थे।