CHANDIGARH: पंजाब के सभी मधुमेह और उच्च रक्तचाप मरीज़ों में रोकथाम उपाय अपनाने, ख़ुराक और कसरत सम्बन्धी जागरूकता फैलाने के लिए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने इन मरीज़ों को पत्र लिखे हैं।
इस सम्बन्धी एक प्रैस बयान में जानकारी देते हुए स. सिद्धू ने कहा कि इस बात को विचारते हुए कि सिफऱ् जागरूकता और रोकथाम ही कोरोनावायरस का इलाज है, जिसके लिए उन्होंने पत्र भेजकर मरीज़ों के साथ निजी तौर पर बातचीत करने का फ़ैसला भी किया है।
इस पत्र में रोकथाम उपायों समेत मधुमेह और उच्च रक्तचाप के लक्षणों के अलावा, सेहतमंद और बीमारी-रहित जि़ंदगी जीवन के लिए सारी ज़रूरी जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार ने लोगों, विशेष तौर पर सह-बीमारी के साथ जूझ रहे लोगों को जागरूक करने के लिए ‘‘पंजाब हैल्थ रिस्पांस टू कोविड-19:ऐपरोप्रीएट बीहेवियर’’ शीर्षक के अधीन मुहिम भी शुरू की है।
स्वास्थ्य मंत्री ने आगे बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा ग़ैर-संचारित रोगों की जांच के लिए स्क्रीनिंग प्रोग्राम भी चलाए जा रहे हैं, जिसके अंतर्गत 20 लाख व्यक्तियों की उच्च रक्तचाप और 11.5 लाख की मधुमेह रोग के लिए जांच की गई है। इसके अलावा, 17 लाख व्यक्तियों की मुँह, छाती और बच्चेदानी के कैंसर सम्बन्धी जांच की गई है।
मंत्री ने आगे कहा कि पंजाब में कोरोनावायरस के एक्टिव मामलों की संख्या भी तेज़ी से घटने के बावजूद भी सिविल सर्जनों को हिदायत की गई है कि वह मास्क पहनने, सार्वजनिक स्थानों पर शारीरिक दूरी की पालना करने और त्योहारों के मौसम के मद्देनजऱ हाथों की सफ़ाई रखने जैसे दिशा-निर्देशों की सख़्ती से पालना को यकीनी बनाएं।
उन्होंने आगे कहा कि उन्होंने विभाग को यह भी हिदायत की है कि यह पत्र एएनएम और आशावर्करों के सहयोग के साथ 15 दिनों के अंदर सभी मधुमेह और उच्च रक्तचाप के मरीज़ों को पहुंचाना यकीनी बनाया जाए। कोविड-19 की स्थिति संबंधी जानकारी देते हुए स. सिद्धू ने कहा कि मरीज़ों के सेहतयाब होने की 93.8 प्रतिशत रिकवरी के साथ पंजाब अग्रणी राज्यों में से एक है।
पिछले हफ़्ते कोविड टैस्ट के लिए लिए गए 1,61,086 नमूनों में से सिफऱ् 3,186 केस ही पॉजि़टिव पाए गए, क्योंकि पंजाब में पॉजि़टिव पाए जाने की दर सिफऱ् 2 प्रतिशत है। इसके साथ ही सभी जि़लों को सैंपलिंग/टेस्टिंग में तेज़ी लाने के लिए निर्देश जारी किए गए हैं।