हरियाणा में एचसीएस आदि परीक्षाओं की मुफ्त कोचिंग, यूपीएससी उम्मीदवारों को पत्रिकाएं, करंट अफेयर्स, एनसीईआरटी की किताबें करवाई जा रही उपलब्ध
CHANDIGARH, 01 JUNE: हरियाणा के युवाओं में भारतीय प्रशासनिक सेवा के प्रति रुझान तेजी से बढ़ा है। इस बात का अंदाजा संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विस परीक्षा में प्रदेश के युवाओं की सफलता से लगाया जा सकता है। यूपीएससी की ओर से 2021 में ली गई सिविल सर्विस परीक्षा के परिणाम में हरियाणा के दर्जनों युवाओं ने सफलता पाई है। हरियाणा की बेटियों के साथ-साथ इस बार बेटों ने भी इस परीक्षा में अपना परचम लहराया है। हालांकि भौगोलिक दृष्टि से हरियाणा देश का एक छोटा राज्य है, बावजूद इसके हरियाणा से यूपीएससी, जेईई और एनईईटी पास करने वाले छात्रों की बढ़ती संख्या से पता चलता है कि हरियाणा में शिक्षा के माध्यम से सपने पूरे करने का रूझान बना है। यह सब मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के कुशल नेतृत्व व मार्गदर्शन में हरियाणा सरकार की नीतियों से ही संभव हो पाया है।
प्रदेश सरकार में शिक्षा के क्षेत्र में नीतिगत बदलाव किए हैं, साथ ही कई नई योजनाएं भी शुरू की हैं, जिसके सकारात्मक परिणाम आने शुरू हो गए हैं। उच्च शिक्षा विभाग ने ‘मेधावी’ के नाम से उन विशिष्ट छात्रों की जरूरतों को पूरा करने के लिए एक पहल शुरू की है, जो सार्वजनिक सेवाओं में आगे बढ़ने की इच्छा रखते हैं। लोक सेवा एक ऐसा क्षेत्र है जो हर साल कुशल और सक्षम उम्मीदवारों की भर्ती करता है। हालांकि, कुछ सक्षम छात्रों को अध्ययन के लिए उपयुक्त संसाधनों की अनुपलब्धता के कारण अवसरों के लिए आवेदन करने का मौका नहीं मिलता है। इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग ने चेतन भारत लर्निंग और अभ्युदय कम्युनिकेशंस प्राइवेट लिमिटेड के सहयोग से एक पहल की है, जो एचसीएस जैसी परीक्षाओं की मुफ्त कोचिंग प्रदान करेगा। हरियाणा के छात्रों को यूट्यूब पर मुफ्त अध्ययन सामग्री स्ट्रीमिंग और वेबसाइट के माध्यम से आवश्यक सहायता प्राप्त होगी। इस पहल में यूपीएससी सिविल सेवा, इंजीनियरिंग, हरियाणा सरकार से संबंधित परीक्षाएं और बैंकिंग/एसएससी परीक्षा शामिल है। छात्र सीधे वेबसाइट से व्याख्यान भी डाउनलोड कर सकेंगे। यूपीएससी उम्मीदवारों की मदद करने और उन्हें कुशल अध्ययन सामग्री से लैस करने के लिए उच्च शिक्षा विभाग द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं। विभाग उम्मीदवारों को एक ही स्थान पर पत्रिकाएं, करंट अफेयर्स, एनसीईआरटी की किताबें और सामान्य ज्ञान सामग्री उपलब्ध करवा रहा है।
इसके अलावा, प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले होनहार विद्यार्थियों के लिए सुपर-100 कार्यक्रम चलाया जा रहा है। मेधावी विद्यार्थियों का करियर बनाने के लिए शिक्षा विभाग का सुपर-100 कार्यक्रम एक अनूठा प्रयास है। इसके तहत आईआईटी व नीट की फ्री कोचिंग दी जाती है। मुख्यमंत्री द्वारा शुरू किया गया सुपर- 100 कार्यक्रम ना केवल होनहार छात्रों को अपने सपनों को प्राप्त करने में मदद कर रहा है बल्कि उनके जैसे योग्य छात्रों में आशा की एक किरण भी जगी है कि वे भी अपने सपनों को पूरा कर सकते हैं। वहीं मुख्यमंत्री ने घोषणा की है कि परिवार पहचान पत्र के अन्तर्गत जिन परिवारों की सत्यापित आय 1.80 लाख रुपये प्रति वर्ष से कम है, ऐसे परिवारों के बच्चों को मुफ्त शिक्षा मिलेगी।
सरकार ने हाल ही में ‘ई-अधिगम’ योजना का शुभारंभ करते हुए सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को टैबलेट वितरित कर शिक्षा के क्षेत्र में क्रांति का सूत्रपात किया है। इसके तहत 5 लाख बच्चों को टैबलेट मुहैया करवाए गए। विद्यार्थी टैबलेट, फ्री इंटरनेट और पर्सनलाइज्ड अडेप्टिव लर्निंग (पीएएल) की सहायता से न केवल अपनी बोर्ड परीक्षा को अच्छे अंकों से पास करेगा बल्कि नीट, जेईई व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी कर सकेगा। इससे विद्यार्थी को अच्छे कॉलेज में दाखिला लेने में भी सहायता मिलेगी। पढ़ाई के अतिरिक्त और भी कौशल है जो इस टैबलेट से प्राप्त होंगे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि यदि किसी के पास प्रतिभा है, तो कोई भी आपको अपने सपनों को पूरा करने से नहीं रोक सकता, फिर चाहे कोई ग्रामीण अंचल से ही क्यों ना हो। उन्होंने कहा कि खेलों में ताकत लगती है और पढ़ाई में दिमाग। हरियाणा इन दोनों में तालमेल बैठाते हुए आगे बढ़ रहा है और नित नए कीर्तिमान हासिल कर रहा है। चाहे शिक्षा का क्षेत्र हो या फिर खेल, हरियाणा का डंका पूरे देश में बज रहा है। मनोहर लाल ने कहा कि 2014 में जब उन्होंने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली थी, तब राज्य का समग्र और समान विकास सुनिश्चित करना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता थी। जिसके लिए राज्य सरकार द्वारा कई नई अनूठी योजनाएँ बनाई गई जो मील का पत्थर साबित हुईं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के युवा यूपीएससी परीक्षा में झंडे गाड़ रहे हैं।