हरियाणा खेल विश्वविद्यालय से प्राप्त पीजीडीएससी डिप्लोमा धारकों को अब देशभर में मिलेंगे खेल कोचिंग में समान अवसर और मान्यता
CHANDIGARH, 15 JUNE: हरियाणा खेल विश्वविद्यालय राई के कुलपति एवं पूर्व डीजीपी अशोक कुमार ने बताया कि हरियाणा सरकार द्वारा घोषणा की गई है कि हरियाणा खेल विश्वविद्यालय, राई (सोनीपत) द्वारा दिया जाने वाला खेल कोचिंग का डिप्लोमा (पीजीडीएससी) अब प्रतिष्ठित संस्थान नेताजी सुभाष राष्ट्रीय खेल (एनआईएस), पटियाला और देश भर के अन्य यूजीसी-मान्यता प्राप्त खेल विश्वविद्यालयों द्वारा दिए जाने वाले खेल कोचिंग डिप्लोमा के बराबर माना जाएगा। यह ऐतिहासिक निर्णय खेल शिक्षा में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
हरियाणा खेल विश्वविद्यालय का गठन के विधानसभा के अधिनियम 21, 2022 के तहत किया गया है। यह विश्विद्यालय अनुदान आयोग के अधिनियम, 1956 की धारा 2 (एफ) के तहत मान्यता प्राप्त है साथ ही यह तेजी से उत्कृष्टता के केंद्र के रूप में भी विकसित हो रहा है। एनआईएस, पटियाला के डिप्लोमा के बराबर की मान्यता मिलने का मतलब यह है कि हरियाणा खेल विश्विद्यालय से प्राप्त पीजीडीएससी डिप्लोमा धारकों को अब देश भर में खेल कोचिंग में समान अवसर और मान्यता मिलेगी।
उन्होंने बताया कि अब हरियाणा खेल विश्वविद्यालय में प्रवेश के इच्छुक छात्रों प्रवेश हेतु आवेदन फॉर्म को 15 जुलाई, 2024 तक भर सकेंगें। प्रवेश के लिए आवेदन की तिथि को 21 जून 2024 से बढ़ाकर 15 जुलाई कर दिया गया है। समतुल्यता, विद्यार्थियों को अन्य प्रमुख संस्थानों के स्नातकों के बराबर ही भविष्य बनाने और आगे बढऩे में सक्षम बनाएगी। आवेदन विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट www.suoh.ac.in के माध्यम से ऑनलाइन जमा किए जा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि नियमित मोड़ और सक्रिय खिलाडिय़ों के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया हाइब्रिड मोड, प्रत्येक में 50 सीटों की क्षमता है। इसके अतिरिक्त, खेल विज्ञान में बैचलर ऑफ साइंस (बीएससी) 50 सीटों के साथ उपलब्ध है। स्नातकोत्तर छात्रों के लिए, मास्टर ऑफ फिजिकल एजुकेशन एंड स्पोट्र्स (एमपीईएस) कार्यक्रम में 30 सीटें हैं। हम खेल कोचिंग में विशेष स्नातकोत्तर डिप्लोमा को भी प्रदान करते हैं, जिसमें एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, बॉक्सिंग, क्रिकेट, फुटबॉल, हैंडबॉल, कबड्डी, लॉन-टेनिस, वॉलीबॉल, कुश्ती और योग जैसे विभिन्न खेल शामिल हैं, जिनमें से प्रत्येक डिप्लोमा में 25 सीटें हैं। इसके अलावा, हम अन्य महत्वपूर्ण विषयों में स्नातकोत्तर डिप्लोमा भी प्रदान कर रहे हैं।