हरियाणा पुलिस की जागरूकता मुहिमः गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा ने बताया कैसे बचें साइबर क्राइम से

CHANDIGARH, 7 OCTOBER: भारत सरकार गृह मंत्रालय के निर्देशानुसार अक्तूबर माह को राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा जागरूकता माह के रूप में मनाया जा रहा। इसका मुख्य उद्देश्य आमजन को साइबर अपराधों बारे जागरूक करना व उनसे बचने के तरीकों बारे जागरूक करना है।

साइबर क्राइम और धोखाधड़ी से लोगों को बचाने के लिए गोल्डन ब्वॉय नीरज चोपड़ा भी पुलिस विभाग के इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए आगे आ गए हैं। उन्होंने साइबर क्राईम के विरूद्ध पुरजोर अपील करते हुए कहा कि तकनीक के इस युग में हर व्यक्ति मोबाइल व कम्प्यूटर से जुड़ा हुआ है। नौकरी व पढ़ाई भी मोबाइल व कंप्यूटर तकनीक जैसे संसाधनों से जुड़ गई है। इंटरनेट की इस दुनियां में साइबर अपराधी अलग-अलग तरीके अपनाकर लोगों के साथ ठगी की वारदातों को अंजाम दे रहे हैं जोकि हम सब के लिए चिन्ताजनक है। इनसे बचने के लिए साइबर जागरूकता की सबसे बेहतर उपाय है।

नीरज चोपड़ा ने कहा कि साईबर क्राईम के लपेटे में आम आदमी आ रहा है । इसके लिए हम सबको सामूहिक रूप से पहल कर लोगों को इसके बारे में अलर्ट करना होगा और अधिक से अधिक जागरूक करना होगा। आज के समय में सूचना और प्रोद्योगिकी का उपयोग पिछले कुछ वर्षां में ज्यादा से ज्यादा बढ़ा है। बैंकिंग और शॉपिंग के क्षेत्र में लोग सोशल मीडिया के माध्यम से ऑनलाईन खरीददारी करते हैं और कई बार ऐसी अनजान गलतियां कर बैठते हैं जिससे खुद उस व्यक्ति के साथ-साथ उसके इर्द गिर्द के लोग भी उस झांसे में आते हैं। इस तरह के अपराध करने वाले लोग साइबर अपराधी की श्रेणी में आते हैं। हम सबको इन ठगों से सावधान रहना होगा। सोशल मिडिया पर अंजान व्यक्तियों से साथ अपनी निजी जानकारी सांझा ना करें। ऑनलाईन और सोशल मीडिया के माध्यम से आने वाले अनाधिकृत लिंक से भी सावधान रहना होगा। पुलिस विभाग द्वारा समय-समय पर चलाए गए अभियानों पर भी खुलकर चर्चा करें। उन्होंने साइबर क्राईम जागरूकता माह के तहत चलाए गए कार्यक्रमों को लेकर जिला पुलिस की खुले मन से प्रशंसा की और कहा कि वे इस कार्य में निसंकोच रूप से समय-समय पर भाग लेते रहेंगे।

साइबर फ्रॉड से बचने के लिए निम्न बातों का रखें ध्यान :
  1. अपने इंटरनेट मीडिया अकाउंट व बैंकिंग एप्स को सुरक्षित लॉक करके रखें।    
  2. अपनी निजी जानकारी को किसी भी व्यक्ति से सांझा करने से बचें।
  3. मल्टी फैक्टर ओथेंटिकेशन का प्रयोग करें।
  4. अपना पासवर्ड स्ट्रांग रखें तथा किसी के साथ ओटीपी या अन्य जानकारी सांझा ना करें।
  5. किसी भी प्रकार की एप्प को सतर्कता के साथ युज करें।
  6. सर्विस डिलीवरी टोल फ्री नंबर गुगल पे सर्च करते समय नंबर ऑफिसियल वेबसाइट से ही ले।

अगर लापरवाही के कारण कोई साइबर ठगी का शिकार हो जाता है तो राष्ट्रीय साइबर हेल्पलाइन न. 1930 व 112 पर तुरंत कॉल करके या फिर NCRP पोर्टल Cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत दर्ज करवाएं।

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