ठंड और बारिश के बावजूद जनआक्रोश रैली में उमड़ी भारी भीड़,
संविधान बचाने के लिए चुनाव में वोटकाटू पार्टियों से बचें लोग: चौ. उदयभान
BJP सरकार ने न काम किया, न लोगों का मान-सम्मान किया: दीपेन्द्र हुड्डा
AMBALA, 3 FEBRUARY: मुलाना हलके के ऐतिहासिक दशहरा मैदान पर आज आयोजित विशाल जनआक्रोश रैली को संबोधित करते हुए हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि गर्मी की अग्निपरीक्षा देखी, सर्दी परीक्षा देखी और आज बारिश परीक्षा भी देख ली। ये इस बात का संकेत है कि आने वाला समय कांग्रेस पार्टी का है। कड़ाके की ठंड और बारिश के बावजूद भारी संख्या में लोग सुबह से ही मैदान में डटे हुए थे। रैली को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौ. उदयभान, सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने भी संबोधित किया। चौ. भूपेंद्र हुड्डा ने कहा कि पंचकुला यमुनानगर, अंबाला, कुरुक्षेत्र आदि जिलों में ओलावृष्टि से किसानों को भारी नुकसान हुआ है। सरकार तुरंत गिरदावरी कराकर किसानों को पूरा मुआवजा दे ताकि उन्हें कुछ राहत मिल सके। उन्होंने आगे कहा कि 2022 तक किसान की आमदनी दोगुनी करने की बात करने वालों ने किसान की लागत और खर्चा दोगुना कर दिया। खाद का रेट बढ़ा दिया और वेट घटा दिया। वहीं, ये सरकार ठेकेदार बनकर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है और कौशल निगम के जरिये कमीशन पर कच्ची नौकरी दे रही है। उन्होंने कहा कि दूसरे देश की सरकारें तो युद्ध क्षेत्र इजराइल से अपने लोगों को निकाल रही है, लेकिन हरियाणा सरकार अपने युवाओं की जान जोखिम में डालकर उनको इजराइल भेज रही है।
हुड्डा ने कहा कि प्रदेश की गठबंधन सरकार का हिसाब करने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा में कांग्रेस सरकार बनने पर इस इलाके की पुरानी मांग दादूपुर नलवी नहर को पुनः बनवायेंगे जिसे इस सरकार ने तहस नहस कर दिया था, ताकि ये इलाका खुशहाल हो और आगे बढ़े। उन्होंने गन्ना किसानों के बकाया पेमेंट की समस्या का समाधान कराने का आश्वासन देते हुए कहा कि 2014 में सरकार छोड़ते समय गन्ना किसानों का एक पैसा बकाया नहीं था लेकिन आज नारायणगढ़ शुगर मिल जाने की बात हो रही है जहां गन्ना किसानों की पेमेंट बकाया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार आने पर गन्ना किसानों की पूरी पेमेंट करायेंगे। किसानों से धोखा नहीं होने देंगे। साथ ही प्रदेश में गन्ने का भाव 450 रुपये प्रति कुंतल किया जाएगा। इसके अलावा उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार आने पर बुजुर्गों की पेंशन 6000 महीना करेंगे और जिनकी पेंशन काटी गयी है उसे दोबारा शुरु करेंगे। 500 रुपये में गैस सिलेंडर, कर्मचारियों के लिये पुरानी पेंशन स्कीम लागू करेंगे। हर परिवार को 300 यूनिट बिजली मुफ्त देंगे। किसानों को एमएसपी गारंटी देंगे किसान को कर्ज माफी से कर्ज मुक्ति तक ले जायेंगे। गरीब परिवारों के लिए 100-100 गज के मुफ्त प्लॉट, बच्चों के लिए स्कॉलरशिप योजना फिर लागू करेंगे और खाली पड़े 2 लाख पदों पर पक्की भर्ती शुरु करेंगे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौ. उदयभान ने लोगों को आगामी चुनाव में वोटकाटू पार्टियों से बचने की सलाह देते हुए कहा कि आज संविधान को बचाने की जरूरत है। बीजेपी लोकतंत्र और संविधान विरोधी पार्टी है। उन्होंने बीजेपी सरकार के झूठ और जुमलों पर निशाना साधते हुए कहा कि इस चुनाव में जनता इन जुमलेबाज और झूठे नेताओं को नकार देगी। हरियाणा को काम करने वाले नेताओं की जरुरत है। उन्होंने कांग्रेस की हुड्डा सरकार के काम गिनाते हुए बताया कि पूरे प्रदेश में 81 किलोमीटर मेट्रो बनवाई, 4 नये बिजली कारखाने, 12 यूनिवर्सिटी 6 मेडिकल कॉलेज, 6 नयी रेल लाईन, बनवाई। 1600 करोड़ के बिजली बिल माफ किये। 2200 करोड़ के कोऑपरेटिव कर्जे माफ किये, हरिजन और बैकवर्ड निगम के 485 करोड़ के कर्जे माफ किये। 3 लाख 82 हजार गरीब परिवारों को 100-100 गज के प्लॉट दिये। 22 लाख बच्चों को वजीफा दिया। इस सरकार ने शिक्षा विभाग का बंटाधार कर दिया। शिक्षा पर जीडीपी का 6 प्रतिशत खर्च होना चाहिए लेकिन ये सरकार 2 प्रतिशत भी खर्च नहीं करती। कांग्रेस की हुड्डा सरकार के समय मेडिकल की पढ़ाई की जो फ़ीव 40 हजार सालाना लगती थी उसे मौजूदा सरकार ने बढ़ाकर 40 लाख कर दिया। 4800 स्कूल मर्ज कर दिये, 498 स्कूल बंद कर दिये। हरियाणा में 1038 स्कूलों में लड़कों के लिये टॉयलेट नहीं हैं, 538 स्कूलों में लड़कियों के लिए शौचालय नहीं है। 131 सरकारी स्कूलों में पीने का पानी, 236 स्कूलों में बिजली कनेक्शन तो 331 स्कूलों में चारदीवारी नहीं है। स्कूलों में 8240 क्लासरूम की जरूरत है। इन्हीं सब कमियों के चलते हाईकोर्ट ने सरकार पर 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। इस सरकार ने शिक्षा विभाग की जरूरतें पूरी करने की बजाय 10626 करोड़ का शिक्षा बजट ही सरेंडर कर दिया।
सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने उपस्थित जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा में बदलाव तय है। पिछले 1 साल में अलग-अलग पार्टियों से 35 पूर्व विधायक कांग्रेस पार्टी में शामिल हो चुके हैं। ये इस बात का संकेत है कि प्रदेश में बदलाव होने वाला है। देश अब हरियाणा की तरफ देख रहा है कि लोग चुनाव में किसानों का साथ देंगे या 750 किसानों की बलि लेने वालों का। जंतर-मंतर पर न्याय के लिये बैठी पहलवान बेटियों का साथ देंगे या उनको सड़कों पर घसीटने वालों का। हरियाणा के कोने-कोने से एक ही आवाज आ रही है कि बीजेपी-जेजेपी सरकार जा रही है और कांग्रेस सरकार आ रही है। हरियाणा ने हमेशा देश को दिशा देने का काम किया है। इस चुनाव में पूरे देश की नज़र हरियाणा पर रहेगी। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि बीजेपी के पास धनबल, सत्ताबल है जबकि उनके पास जनता का दिया हौसला है। भाजपा के पास इतना अकूल पैसा है कि उसने देश भर में आलीशान कार्यालय बना लिये लेकिन लोगों के लिए न कॉलेज खोले, न स्कूल खोले। दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि मुख्यमंत्री जी हर रोज कांग्रेस पार्टी की चिंता करते हैं और उनके खिलाफ बयान देते हैं, जबकि मुख्यमंत्री जी को हरियाणा के लोगों की चिंता करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि बीजेपी-जेजेपी का समझौता 5100 रुपये बुढ़ापा पेंशन का नहीं, बल्कि प्रदेश को लूटने और भ्रष्टाचार करने के समझौते का था। हरियाणा में हर रोज एक के बाद एक बड़े घोटाले सामने आ रहे हैं। हरियाणा के बच्चे बच्चे को पता है कौन किस जिले में कितना लूट रहा है। 30 से ज्यादा भर्ती घोटाले किये। 5 साल में कोई बड़ी भर्ती नहीं निकाली। कौशल निगम और अग्निवीर के माध्यम से पक्की भर्ती को कच्चे में बदल दिया। पहले हरियाणा से हर साल साढ़े 5 हजार नौजवान फौज में भर्ती होते थे, अब हर साल करीब 900 अग्निवीर भर्ती हो रहे जिसमें से केवल 200 ही पक्के होंगे। हरियाणा की नौकरियां अन्य प्रदेशों के लोगों को मिल रही हैं. जबकि दूसरे प्रदेशों की लिस्ट में हरियाणा के नौजवानों को जगह नहीं मिलती। यही कारण है कि यहाँ के नौजवान जान हथेली पर रखकर डांकी के रास्ते पलायन को मजबूर है। सबसे विकसित राज्यों में जिस हरियाणा की गिनती होती थी उसे बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, अपराध, नशे में नंबर 1 बना दिया। आज प्रदेश में किसान, मजदूर, मनरेगा मजदूर, सरपंच, ग्रामीण चौकीदार, सफाई कर्मचारी, खिलाड़ी बेटियां, आढ़ती, आशा वर्कर, आंगनवाड़ी वर्कर हर वर्ग इस सरकार से दुखी है। अहंकार में चूर इस सरकार ने हर वर्ग का अपमान किया है। जन आक्रोश का कारण ही ये है कि बीजेपी ने न तो कोई काम किया न लोगों का सम्मान किया।
जनआक्रोश रैली का आयोजन विधायक वरुण चौधरी ने किया था। इस अवसर पर प्रमुख रूप से पूर्व प्रदेश अध्यक्ष फूलचंद मुलाना, पूर्व मंत्री अशोक अरोड़ा, विधायक मेवा सिंह, विधायक बीएल सैनी, पूर्व विधायक सुभाष चौधरी, पूर्व विधायक जसबीर मल्होर, पूर्व विधायक लहरी सिंह, प्रो वीरेंद्र, ब्रिजपाल छप्पर, अशोक मेहता, हिम्मत सिंह, चित्रा सरवारा, अमीषा चावला समेत समेत महिला कांग्रेस, सेवादल, यूथ कांग्रेस, NSUI, फ्रन्टल संगठनों, प्रकोष्ठों, विभागों के पदाधिकारी, जिलों के वरिष्ठ नेता कार्यकर्ता और बड़ी तादाद में स्थानीय लोग मौजूद रहे।