हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रोहतक में किसानों पर हुए लाठीचार्ज को बताया निंदनीय
CHANDIGARH: हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रोहतक में किसानों पर हुए लाठीचार्ज की कड़े शब्दों में निंदा की है। उनका कहना है कि जो देश का पेट पालने के लिए खेतों में अपना पसीना बहाते हैं, हरियाणा की बीजेपी-जेजेपी सरकार उन किसानों का खून सड़कों पर बहा रही है। लोकतंत्र में सभी को शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन का अधिकार है। प्रदर्शनकारियों पर लाठियां बरसाना लोकतांत्रिक मर्यादाओं के खिलाफ है। सरकार को इसके लिए किसानों से माफी मांगनी चाहिए। साथ ही पूरे मामले की जांच करवाकर कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
किसानों को उकसाना बंद करे सरकार, पैदा न करे टकराव के हालात
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि उन्होंने अपने जीवन में इतना बड़ा और इतना अनुशासित आंदोलन नहीं देखा। 129 दिनों से जारी आंदोलन में किसानों ने अद्वितीय अनुशासन और शांति का परिचय दिया है। लेकिन सरकार और उसके मंत्री लगातार किसानों को उकसाने का काम कर रहे हैं। जानबूझकर सरकार की तरफ से टकराव के हालात पैदा किए जा रहे हैं। आज देशभर के किसानों के साथ हरियाणा का किसान अपनी जायज मांगों के लिए प्रदर्शन कर रहा है लेकिन उनसे बातचीत करने की बजाए सरकार बार-बार बर्बरतापूर्ण कार्रवाई कर रही है।
आंदोलन को लाठियों के दम पर कुचलने की कोशिश बड़ी भूल होगी
हुड्डा ने कहा कि किसानों के दिल्ली कूच से पहले पीपली में भी बीजेपी-जेजेपी ने निहत्थे किसानों पर लाठियां बरसवाई थी। उसके बाद शांतिपूर्ण तरीके से दिल्ली की तरफ जा रहे किसानों को रोकने के लिए भी सरकार ने बल प्रयोग किया था। उनके ऊपर वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले छोड़े गए थे। भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि किसानों का संघर्ष अब जन आंदोलन में तब्दील हो चुका है। उसे लाठियों के दम पर कुचलने की कोशिश सरकार की बड़ी भूल होगी। उसे जल्द से जल्द किसानों की मांगें मानते हुए आंदोलन को खत्म करवाना चाहिए।