बिजली बचाने के लिए पहली बार लिया गया ऐसा फैसला, 300-350 मेगावाट बिजली की होगी बचत
CHANDIGARH, 8 APRIL: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज ऐतिहासिक फैसला लेते हुए बड़े लोक हित में सरकारी कार्यालयों का समय मौजूदा प्रातः काल 9 बजे से शाम 5 बजे से बदल कर प्रातः काल 7.30 से दोपहर 2 बजे तक करने का ऐलान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नयी समय-सारणी 2 मई से लागू होगी और 15 जुलाई तक लागू रहेगी। उन्होंने कहा कि आने वाले गर्मी के मौसम में भयानक गर्मी के मद्देनज़र यह फ़ैसला आम लोगों को सरकारी कार्यालयों में अपने काम आसान ढंग के साथ करवाने के उद्देश्य के साथ लिया गया। भगवंत मान ने कहा कि यह फ़ैसला सभी सम्बन्धित पक्षों के विचार-विमर्श के बाद लिया गया है जिससे सभी की भलाई को यकीनी बनाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इससे आम व्यक्ति अपने काम से छुट्टी लिए बिना सुबह के समय अपना काम करवा सकेगा। उन्होंने कहा कि इससे सरकारी मुलाजिमों को भी सुविधा मिलेगी क्योंकि वह कार्यालयी समय के बाद सामाजिक कामों में शामिल हो सकेंगे। इसी तरह भगवंत मान ने कहा कि इससे मुलाज़िम अपने बच्चों के साथ भी अधिक समय बिता सकेंगे क्योंकि बच्चों को भी उसी समय पर स्कूल से छुट्टी हो जाती है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह फ़ैसला पंजाब सरकार के सभी कार्यालयों पर लागू होगा। उन्होंने उम्मीद ज़ाहिर की कि इससे लगभग 300-350 मेगावाट बिजली की बचत करने में भी मदद मिलेगी क्योंकि बिजली का बड़ा हिस्सा सरकारी कार्यालयों में उपभोग हो रहा है। भगवंत मान ने कहा कि पी. एस. पी. सी. एल. के आंकड़ों अनुसार पावरकॉम पर पीक लोड दिन में दोपहर एक बजे के बाद शुरू हो जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नयी समय-सारणी यह भी यकीनी बनाऐगी कि लोग अधिक से अधिक सूरज की रौशनी का प्रयोग कर सकेंगे। उन्होंने बताया कि कई देशों में लोग मौसम के अनुकूल अपनी घड़ियाँ एडजस्ट करते हैं जिससे वह धूप का अधिक से अधिक प्रयोग कर सकें। भगवंत मान ने लोगों को भरोसा दिया कि राज्य सरकार आने वाले दिनों में भी ऐसे और नागरिक केंद्रित फ़ैसले लेगी।