पंजाब में भोजन की समस्या से जूझ रहे कोविड मरीजों के लिए सरकारी हैल्पलाइन नंबर जारी, पुलिस घर पहुंचाएगी खाना

CHANDIGARH: परिवार के नौ सदस्यों के कोविड-19 पाजि़टिव पाए जाने और घरेलू एकांतवास के अधीन होने के बाद खाना न मिलने का फि़क्र सताने पर जब फ़तेहगढ़ साहिब के गाँव रजिन्दरगढ़ की रहने वाली पलविन्दरजीत कौर (38) ने 112 पर खाने के लिए विनती कॉल की तो पुलिस पार्टी तुरंत ज़रुरी भोजन पदार्थ लेकर उनके घर पहुँच गई।

पलविन्दर ने कहा ‘‘हमें खाने-पीने की वस्तुओं की सख़्त ज़रूरत थी और जब मुझे पता लगा कि पंजाब पुलिस कोविड-19 से प्रभावित परिवारों को खाना पहुँचा रही है तो मैंने तुरंत 112 पर कॉल की। महामारी के संकट के दौरान इस मानवतावादी पहल की शुरुआत के लिए मैं पंजाब सरकार और पंजाब पुिलस का धन्यवाद करती हूँ।’’ 

वह अकेली नहीं जिसने घर तक खाना पहुँचाने की सुविधा का लाभ लिया है, पंजाब पुलिस को शुक्रवार के दिन भोजन हेल्पलाइन पर पके हुए भोजन की डिलीवरी के लिए कम से कम 70 ऐसी कॉल प्राप्त हुई हैं, जिसके बाद राज्य भर में कोविड से प्रभावित परिवारों के घर-घर 100 से अधिक भोजन के पैकेट पहुँचाए गए।

यह पहलकदमी पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के ऐलान से कोविड-19 संकट के दरमियान पंजाब में किसी को भी भूखा नहीं सोने दिया जाएगा, के एक दिन बाद शुरू की गई है। जि़क्रयोग्य है कि पंजाब में कहीं भी रह रहे जरूरतमंद कोविड मरीज़ों को पंजाब पुलिस के ज़रिये मुफ़्त में उनके घर तक पका हुआ खाना पहुँचाने के लिए 181 या 112 समेत भोजन हेल्पलाइनों की भी शुरुआत की गई है। 

डायरैक्टर जनरल ऑफ पुलिस (डीजीपी), पंजाब दिनकर गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि हरेक जि़ले में कोविड कैंटीन स्थापित की गई हैं और पुलिस टीम राज्य में कोविड-19 से प्रभावित परिवार को पके हुए भोजन की आपूर्ति यकीनी बना रही है।  

उन्होंने कहा कि कोई भी कोविड रोगी, जो भोजन की समस्या से जूझ रहा है वह अपने घर ही पके हुए भोजन की डिलीवरी के लिए 24 घंटे किसी भी समय 181 या 112 पर कॉल कर सकता है। डीजीपी ने आगे कहा कि खाने-पीने की वस्तुएँ पहुँचाने के साथ ही पुलिस टीमें परिवारों की तंदुरुस्ती के बारे में पूछताछ कर रही हैं और उनको अपेक्षित सहायता की पेशकश भी कर रही हैं।

पटियाला से दीपक अरोड़ा, जिनकी पत्नी और दो पुत्र पॉजि़टिव आए हैं और घर में खाना पकाने वाला कोई भी नहीं है, ने भोजन हेल्पलाइन की सहायता ली। दीपक ने पंजाब सरकार के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे मुश्किल समय में, जब रिश्तेदार और दोस्त भी हमारी मदद के लिए आगे आने से झिझक रहे हैं, पुलिस हमें घर में ही भोजन मुहैया करवा रही है।

लुधियाना से नीरज, जिनकी पत्नी, बेटी और भाई भी पॉजि़टिव आए हैं, ने उनको पुलिस द्वारा ज़रूरी खाने-पीने की वस्तुएँ मुहैया करवाने के लिए पंजाब सरकार का धन्यवाद किया।

गौरतलब है कि पहली लहर के दौरान भी पंजाब पुलिस ने अपनी इमरजेंसी हेल्पलाइन 112 को ‘हंगर हेल्पलाइन’ में तबदील कर दिया था और विभाग ने पिछले साल अप्रैल-जून में ग़ैर-सरकारी संगठनों, गुरुद्वारों, मंदिरों और अन्य धार्मिक संस्थाओं के सहयोग से पंजाब के लोगों को 12 करोड़ से अधिक पके हुए भोजन और सूखे राशन के पैकेट भी मुहैया करवाए थे।

डिप्टी सुपरीटेंडैंट ऑफ पुलिस (डीएसपी) अबोहर राहुल भारद्वाज जो निजी तौर पर घर-घर जाकर कोविड से प्रभावित परिवारों को उनके द्वार पर मुफ़्त पका हुआ भोजन मुहैया करवा रहे हैं, से प्रभावित होते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने डी.एस.पी. के साथ बात करके उनकी तरफ से किए जा रहे नेक कार्य की सराहना की। मुख्यमंत्री ने डीएसपी भारद्वाज को इसी भावना को जारी रखते हुए मानवतावादी काम करने के लिए प्रोत्साहित भी किया।

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