CHANDIGARH: सुशासन दिवस पर हरियाणा सरकार ने अर्जुन, द्रोणाचार्य, भीम व ध्यानचंद अवार्डियों को नई सौगात दी है। प्रदेश में 104 अवार्डियों को 20 हजार रुपये और 130 अवार्डियों को 5 हजार रुपये प्रतिमाह सम्मान राशि दी जाएगी। यह घोषणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सुशासन दिवस पर की। मुख्यमंत्री की इस घोषणा का प्रदेश के खिलाडिय़ों की ओर से खेल एवं युवा मामले राज्य मंत्री तथा हॉकी सूरमा सरदार संदीप सिंह की ओर से आभार जताया गया है।
खेल राज्यमंत्री सरदार संदीप सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की इस घोषणा से खिलाडिय़ों का सम्मान बढ़ा है। यह घोषणा प्रदेश में खेलों को और मजबूती देने का काम करेगी। सरदार संदीप सिंह ने बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल की ओर से घोषणा की गई है कि अर्जुन, द्रोणाचार्य व ध्यानचंद अवार्डी विजेताओं को अब 5 हजार रुपये की बजाय प्रतिमाह 20-20 हजार रुपये की सम्मान राशि दी जाएगी। वहीं केंद्र सरकार की ओर से दिए जाने वाले साहसिक पुरस्कार के विजेताओं को भी 20 हजार रुपये का साहस सम्मान दिया गया है। केंद्र सरकार की ओर से दिए जाने वाला साहसिक पुरस्कार केवल एक बार दिया जाता है। यही नहीं भीम अवार्ड विजेताओं का भी मुख्यमंत्री ने मान बढ़ाया है। उन्हें केवल पुरस्कार के समय पांच लाख रुपये की राशि दी जाती थी, अब उन्हें प्रतिमाह पांच हजार रुपये भीम भत्ता दिया जाएगा।
खेल राज्य मंत्री ने बताया कि प्रदेश में अर्जुन अवार्ड का सम्मान 80 खिलाडिय़ों को मिला है। जबकि द्रोणाचार्य अवार्ड का सम्मान 15 प्रशिक्षकों-कोच को मिला है। इन सभी को प्रति माह 20-20 हजार रुपये की राशि दी जाएगी। वहीं ध्यान चंद अवार्ड से 9 खिलाड़ी सम्मानित किए गए हैं, उन्हें भी प्रतिमाह 20 हजार रुपये की राशि दी जाएगी। प्रदेश में 3 लोगों को साहसिक पुरस्कार मिला है, उन्हें भी 20 हजार रुपये दिए जाएं। खास बात यह है कि प्रदेश में भीम अवार्ड से सम्मानित सबसे ज्यादा 130 खिलाड़ी हैं, जिन्हें प्रदेश सरकार ने पहली बार नई सौगात दी है। भीम अवार्डियों को केवल पुरस्कार के समय एक बार पांच लाख रुपये की पुरस्कार राशि दी जाती थी। मगर अब उन्हें प्रदेश सरकार की ओर से प्रति माह 5 हजार रुपये दिए जाएंगे। खेल राज्यमंत्री का कहना है कि प्रदेश सरकार की ओर से खिलाडिय़ों को हर प्रकार की सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। आगामी वर्ष 2021 में हरियाणा पहली बार खेलो इंडिया-2021 की मेजबानी करेगा। यह कामयाबी प्रदेश सरकार की खेल नीति और खिलाडिय़ों को दिए जाने वाले प्रोत्साहन का हिस्सा है।
खेलो इंडिया से प्रदेश के खिलाडिय़ों को नई पहचान मिलेगी और साथ ही उन्हें अपनी प्रतिभा दिखाने का भी अवसर मिलेगा।