हमने वादे नहीं किए थे, गारंटियां दीं थीं, जो पूरी कर रहे हैं: मुख्यमंत्री
CHANDIGARH, 30 JAN: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि राज्य ने पूरी तरह मेरिट के आधार पर 26,074 योग्य नौजवानों को सरकारी नौकरियाँ देकर एक नया रिकॉर्ड कायम किया है।
यहाँ म्यूनिसिपल भवन में लोक निर्माण विभाग के 188 जूनियर इंजीनियरों को नियुक्ति पत्र बाँटने के लिए करवाए समारोह के दौरान संबोधन करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य एक नई क्रांति का गवाह बन रहा है, जहाँ नौजवानों को सरकारी नौकरियों के द्वारा आर्थिक पक्ष से मज़बूत बनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केवल 10 महीनों के कार्यकाल के दौरान 26,074 नौजवानों को सरकारी नौकरियाँ दी गई हैं। भगवंत मान ने कहा कि और नौकरियाँ देने की कार्यवाही भी चल रही है और यह प्रक्रिया आने वाले दिनों में भी जारी रहेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी नौकरियाँ पर भर्ती के लिए सिफऱ् और सिफऱ् मैरिट ही एकमात्र आधार है। उन्होंने कहा कि इस भर्ती प्रक्रिया में पूरी तरह पारदर्शी पहुँच सुनिश्चित बनाई जा रही है, जिससे होनहार नौजवान राज्य सरकार के साथ जुड़ें। भगवंत मान ने आशा अभिव्यक्त की कि इससे नौजवानों की अथाह शक्ति को रचनात्मक तरीके से इस्तेमाल करने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अपने कार्यकाल के दस महीनों के दौरान राज्य सरकार ने कई बेमिसाल फ़ैसले लिए हैं, जबकि दूसरी पार्टियाँ मतदान की तैयारियों के दौरान लोगों के साथ वादे करती थीं परन्तु उन्होंने वादे नहीं, लोगों को गारंटियाँ दीं। भगवंत मान ने कहा कि एक-एक करके सभी गारंटियाँ पूरी की जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने पहली जुलाई से हरेक महीने 300 यूनिट मुफ़्त बिजली देने की गारंटी पूरी की और यह गर्व एवं स्ंतुष्टी की बात है कि नवंबर-दिसंबर 2022 महीनों में राज्य के 87 प्रतिशत घरों का बिजली बिल ज़ीरो आया। भगवंत मान ने कहा कि वह एक आम परिवार से सम्बन्धित हैं और आम आदमी को पेश समस्याओं संबंधी भली-भाँति अवगत हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने एक और गारंटी पूरी करते हुए पंजाब भर में 500 आम आदमी क्लीनिक खोल दिए हैं, जहाँ आने वाले हरेक मरीज़ का ऑनलाइन डेटा रखा जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में घातक बीमारियों से निपटने के लिए रणनीति बनाने में यह डेटा काफ़ी मददगार साबित होगा। भगवंत मान ने कहा कि राज्य निवासियों के इलाज और रोगों की पहचान में यह प्रभावशाली साबित होगा।
विरोधी पार्टियों को आड़े हाथों लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह कितनी शर्मनाक बात है कि विरोधी पार्टियों के नेता लोक-हितैषी फ़ैसलों की भी आलोचना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि केवल विरोध के लिए ही विरोध करना पूरी तरह अनावश्यक है। भगवंत मान ने कहा कि यह नेता राज्य की तरक्की एवं ख़ुशहाली से जलते हैं, जिस कारण इन पहलों का विरोध कर रहे हैं।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी विरोध उनको राज्य की तरक्की के लिए काम करने से रोक नहीं सकेगा और वह लोगों के कल्याण के लिए सख़्त मेहनत जारी रखेंगे। भगवंत मान ने कहा कि वह अच्छी तरह से जानते हैं कि लोगों के कल्याण के लिए काम कैसे करना है और इस महान कार्य के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि लोगों का भरोसा ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है और इस भरोसे को वह हर हाल में बरकरार रखेंगे।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि राज्य सरकार ने पंजाब में स्कूल ऑफ ऐमिनेंस की शुरुआत की है। यह स्कूल, सरकारी स्कूलों में पढऩे वाले विद्यार्थियों के समग्र विकास को सुनिश्चित बनाएंगे। भगवंत मान ने कहा कि विद्यार्थियों की रुचियों के मुताबिक ही उनका विकास सुनिश्चित बनेगा और यह स्कूल भविष्य के लिए विशेषज्ञों की एक बड़ी फ़ौज तैयार करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों ने पंजाब की दौलत को लूटा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार का यह कर्तव्य बनता है कि इस घृणित जुर्म के दोषियों को सलाखों के पीछे पहुँचाया जाए। भगवंत मान ने कहा कि राज्य के जिन लोगों के खजाने को लूटा उनको सज़ा दिलाने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार की अथक कोशिशों से उद्यमियों ने राज्य में निवेश के लिए उत्साह दिखाया है। उन्होंने कहा कि अब तक पंजाब में 27 हज़ार करोड़ रुपए का निवेश हुआ है, जिससे नौजवानों के लिए नौकरियों के लाखों अवसर पैदा हो रहे हैं। भगवंत मान ने ऐलान किया कि राज्य सरकार ने एक और बेमिसाल फ़ैसले के अंतर्गत लाभार्थियों को बुढापा पेंशन उनके घरों में ही पहुँचाने का फ़ैसला किया है। इससे पहले लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ. ने मुख्यमंत्री और अन्य मेहमानों का स्वागत किया।