CHANDIGARH: 17 से 79 वर्षीय महिलाओं के लिए फ्री स्ट्रेस बस्टर वर्कशॉप का आयोजन फ्री स्ट्रेस बस्टर वर्ल्ड वाइड कोर्स के लांच के मौके पर हुआ। दरअसल माइंड हीलर व डाइटीशियन गगन द्वारा की गयी स्टडी के मुताबिक औरतों का स्ट्रेस लेवल ग्लोबली 17 वर्ष से 79 तक लगभग एक सा रहता है, इसिलए उनके द्वारा वर्ल्ड वाइड 30 दिवसीय आनलाइन फ्री कोर्स का आयोजन 28 Oct को # 3278 सेक्टर 21D गगन फिटनेस सेंटर चंडीगढ़ में हुआ।
वीरवार को आयोजित वर्कशॉप में 40 महिलाओं ने हिस्सा लिया व सबसे कम व अधिक उम्र की महिला द्वारा फ्री स्ट्रेस बस्टर कोर्स को लांच किया गया। माइंड हीलर व डाइटीशियन गगन ने बताया कि उन्होंने अपनी टीम के साथ कि स्टडी में आब्जर्व किया है कि खासकर महिलाओं में स्ट्रेस का एक बड़ा कारण है बार-बार एक ही बात को अपने मन में सोचते रहना । या किसी एक बात को मन में घर बना कर रख लेना । इस प्रकार के बिहेवियर के कारण महिलाओं में स्ट्रेस पुरुष की तुलना में ज्यादा देखने को मिलता है। नींद की कमी के कारण भी स्ट्रेस की समस्या उत्पन्न होती है।
इस स्टडी के मुताबिक, काम करने वाली महिलाएं 84 फीसदी भारतीय महिलाएं मानसिक दबाव से परेशान हैं. उन्हें दफ्तर में बढ़ते काम, परिवार की सेहत, निजी सेहतर और अपनी वित्तीय सेहत की चिंता सता रही है. दिलचस्प बात है कि काम न करने वाले 70 फीसदी भारतीयों में तनाव है.
महिलाओं में स्ट्रेस के लक्षण
- नींद न आना
- कई सारे विचार दिमाग में चलते रहना।
- ज्यादा थकान होना।
- जल्दी-जल्दी तनाव या चिंता करना।
- मन में किसी न किसी विचार को लेक्ज्र डर रहना।
- जरूरत से ज्यादा या बहुत कम खाना खाना।
- पसीना आना।
- शरीर में सिरहन होना।
- दिल में घबराहट बनी रहना।
- सांस लेने में तकलीफ होना।
- जी मिचलाना।
- भूख ना लगना और छाती में दर्द होना।
- शरीर सुन्न होना, ठंड लगना।
- लाइफस्टाइल में बदलाव जरूरी– चिंता से ग्रस्त महिलाओं को अच्छे खान-पान से लेकर एक अच्छे लाइफस्टाइल को फॉलो करना चाहिए। जिससे चिंता तो कम होगी ही और चिंता की वजह से होने वाली बिमारी भी दूर हो जाएगी। आप हमारी बताई हुई इन टिप्स को भी फॉलो कर सकते हैं।
- चिंता में दोस्तों के साथ समय बिताएं, उन्हें दिल की बातें बताएं।
- रोज व्यायाम करें और दिमाग को शांत रखने की कोशिश करें।
- सुबह उठकर टहलने जाइये।
- दिमाग शांत करने के लिए ध्यान या मेडिटेशन कीजिये।
- किसी की मौत के खबर से चिंता बढ़ सकती है, आप ऐसे मामलों से दूरी बनाएं।
- धीमी आवाज में सॉफ्ट गाने सुनिए और अच्छी किताबे पढ़ें।
- महिलाओं में चिंता और तनाव होना एक समय के बाद गम्भीर रूप ले सकता है। आप चिंता से जुड़े लक्षणों को समय पर पहचानिए और उससे निजात पाने के तरीके भी अपनाइए। अगर आपको फिर भी लगे कि चिंता ,तनाव आपके दिमाग अपर हावी हो रही है तो तुरतं चिकित्सक की सलाह लें ।