कहा- चंडीगढ़ को राज्यसभा में प्रतिनिधित्व मिलना ही चाहिए, ये शहर की बड़ी जरूरत
CHANDIGARH, 10 AUGUST: चंडीगढ़ की पूर्व मेयर कमलेश बनारसीदास ने कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी द्वारा चंडीगढ़ के लिए राज्यसभा सीट की मांग को लेकर लोकसभा में पेश किए गए प्राइवेट मैंबर बिल का स्वागत करते हुए इसे चंडीगढ़ की बड़ी जरूरत बताया है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व मेयर कमलेश बनारसीदास वर्ष 2004 से ही चंडीगढ़ के लिए राज्यसभा सीट की वकालत कर रही हैं। इसके बाद वर्ष 2022 में चंडीगढ़ नगर निगम हाउस ने भी इस संंबंध में प्रस्ताव पारित किया था। अब कल चंडीगढ़ के सांसद मनीष तिवारी ने लोकसभा में तीन प्राइवेट मैंबर बिल पेश करते हुए चंडीगढ़ के लिए राज्यसभा सीट के सृजन के लिए संविधान संशोधन का प्रस्ताव किया है। इस पर पूर्व मेयर कमलेश बनारसीदास ने कहा कि कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी का यह कदम सराहनीय एवं स्वागत योग्य है। वह इसका पूर्ण रूप से समर्थन करती हैं। उन्होंने कहा कि सांसद तिवारी ने इस संबंध में जो तर्क रखे हैं, वह भी पूरी तरह उचित हैं।
कमलेश बनारसीदास ने कहा कि चंडीगढ़ पंजाब तथा हरियाणा की राजधानी है लेकिन राजधानी जैसा इसको कोई लाभ नहीं मिल रहा है। एक सांसद ही है, जो चंडीगढ़ की आवाज लोकसभा में उठा पाता है, जबकि राज्यसभा में चंडीगढ़ की आवाज उठाने वाला कोई नहीं है। पंजाब व हरियाणा से चुने जाने वाले राज्यसभा सांसद भी चंडीगढ़ के लोगों की बात को राज्यसभा में नहीं रखते हैं, जबकि चंडीगढ़ उनके राज्य की राजधानी है। 60 -40 के अनुपात में पंजाब व हरियाणा से चंडीगढ़ प्रशासन में आने वाले अफसरों का झुकाव भी अपने राज्य की तरफ़ ज्यादा होता है, जिसमें चंडीगढ़ के निवासियों के अधिकार नजरंदाज होते हैं। इसलिए चंडीगढ़ को राज्यसभा में भी प्रतिनिधित्व मिलना ही चाहिए।