चंडीगढ़ में बनेगा वायु सेना का पहला हेरिटेज सेंटर, रखे जाएंगे विंटेज विमान

23, NOVEMBER: भारतीय वायु सेना के गौरवशाली इतिहास को प्रदर्शित करने के लिए वायु सेना का पहला हेरिटेज सेंटर चंडीगढ़ में बनाया जाएगा। इसमें वायु सेना अपनी लड़ाकू क्षमताओं के अलावा मानवीय सहायता और आपदा राहत के लिए निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को प्रदर्शित करेगी। हेरिटेज सेंटर में विभिन्न तरीके के पुराने विमान भी रखे जाएंगे। पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज (पीईसी) ने इस हेरिटेज सेंटर की शुरुआत करने के लिए एक विंटेज प्रोटोटाइप विमान ‘कानपुर-1’ वायु सेना को उपहार में सौंप दिया है। यह हेरिटेज सेंटर भारतीय वायुसेना में करियर बनाने की चाहत रखने वाले युवाओं को प्रेरित करेगा।

रखे जाएंगे विंटेज विमान

चंडीगढ़ में बनने वाले इस हेरिटेज सेंटर में भारतीय वायुसेना के विभिन्न पहलुओं को उजागर करने के लिए कलाकृतियों, सिमुलेटर और इंटरेक्टिव बोर्ड शामिल होंगे। यह वायु सेना की लड़ाकू क्षमताओं के अलावा मानवीय सहायता और आपदा राहत के लिए निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिका को प्रदर्शित करेगा। इसमें विभिन्न पुराने विमान भी होंगे। यह हेरिटेज सेंटर भारतीय वायुसेना में करियर बनाने के लिए शहर के युवाओं को प्रेरित करने के लिए लंबा रास्ता तय करेगा।

वायु सेना के इतिहास से भी हो सकेंगे रूबरू

यहां लोग वायु सेना के इतिहास को पढ़ और देख पाएंगे। वायु सेना के अधिकारी गाइड की भूमिका निभाएंगे। लोग युद्ध में इस्तेमाल किए जाने वाले हथियारों को देख सकेंगे और नजदीक से उनका अनुभव प्राप्त कर सकेंगे। यह देश का पहला वायु सेना विरासत केंद्र होगा।

पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज ने दिया विंटेज प्रोटोटाइप विमान

वायु सेना के हेरिटेज सेंटर की शुरुआत करने के तौर पर पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज ने एक विंटेज प्रोटोटाइप विमान ‘कानपुर-1’ वायु सेना को उपहार में सौंप दिया है। कॉलेज के एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग डिवीजन में इस स्वदेशी विमान को लेने के लिए समारोह आयोजित किया गया था। यह दुर्लभ एकल इंजन वाला विमान 1958 में स्वर्गीय एयर वाइस मार्शल हरजिंदर सिंह ने बेस रिपेयर डिपो कानपुर में डिजाइन और निर्मित किया था। यह विंटेज विमान 1967 में पीईसी को उपहार में दिया गया था। ‘कानपुर-1’ को अन्य विमानों के साथ वायु सेना के हेरिटेज सेंटर में प्रदर्शित किया जाएगा। इस विमान को आने वाली पीढ़ियां आत्मनिर्भरता और ‘मेक इन इंडिया’ के सपने के महत्व को समझने के लिए गौरव के क्षण के रूप में देखेंगी।

भारतीय वायु सेना ने ट्वीट कर दी जानकारी

पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज से मिले विंटेज प्रोटोटाइप विमान ‘कानपुर-1’ के बारे में भारतीय वायु सेना ने ट्वीट कर कहा कि चंडीगढ़ में बनने वाले IAF हेरिटेज सेंटर को पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज, चंडीगढ़ से 1958 के युग का ‘कानपुर 1 हेरिटेज प्रोटोटाइप एयरक्राफ्ट’ प्राप्त हुआ। यह तत्कालीन एवीएम हरजिंदर सिंह द्वारा उपहार में दिया गया। यह विमान एक आत्मनिर्भर विमानन उद्योग की शानदार शुरुआत का प्रतीक है।

आने वाली पीढ़ियों के लिए गौरव

दरअसल, यह हेरिटेज सेंटर न केवल विरासत का महत्व होगा बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए गौरव का भी विषय रहेगा। वायुसेना में करियर बनाने के लिए इच्छुक युवाओं को यह हेरिटेज सेंटर प्रेरित करेगा। हेरिटेज सेंटर में युद्ध के अलावा मानवीय सहायता और आपदा राहत में IAF द्वारा निभाई गई महत्वपूर्ण भूमिकाओं को भी प्रदर्शित किया जाएगा। इस सेंटर का उद्देश्य युवाओं को अपने करियर के रूप में भारतीय वायुसेना से जुड़ने के लिए प्रेरित करना है।

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