जब से लीयोंस कंपनी को ठेका दिया तब से सफाई रैंकिंग में चंडीगढ़ लगातार पिछड़ रहाः प्रदीप छाबड़ा

पूर्व मेयर ने कहा- भाजपा नेता व सभी मौजूदा मेयर तथा पार्षद इस मुद्दे पर जवाब दें

CHANDIGARH: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व पूर्व मेयर प्रदीप छाबड़ा ने कहा है कि जब से शहर में लीयोंस कंपनी को सफाई का ठेका दिया गया है, उसी वर्ष से सफाई रैंकिंग में चंडीगढ़ लगातार पिछड़ता गया। छाबड़़ा ने कहा है कि यह भी जांच का विषय है कि इस कम्पनी को इतने लंबे समय का टेंडर क्यों दिया गया ?

इस कंपनी के कारण 400 लोगों का रोजगार चला गया

प्रदीप छाबड़ा ने एक बयान में कहा है कि भारतीय जनता पार्टी के पार्षद इस सबके लिए जिम्मेदार हैं। 2016 से आज तक के भाजपा मेयर चंडीगढ़ के लोगों के प्रति इसके लिए जवाबदेह हैं। छाबड़ा ने कहा कि इस कंपनी के चलते लगभग 400 से ज्यादा लोगों का रोजगार चला गया। इस कंपनी को ठेका देने से पहले आधे खर्च पर एरिया साफ होता था। 1100 के लगभग सफाई कर्मचारी काम करते थे। लीयोंस कंपनी के आने के बाद लगभग 400 लोगों को हटा दिया गया।

ठेके पर उठाए कई सवाल

छाबड़ा ने कहा कि इस बात की जांच होने की जरूरत है कि जिस दिन कंपनी को ठेका दिया उस दिन कंपनी के पास क्या इंफ्रास्ट्रक्चर था ? उसके पास कितनी सफाई मशीनें व गाड़ियां या अन्य मशीनरी थी ? जहां हर महीने ढाई करोड़ में काम होता था, वहीं साढ़े चार करोड़ महीने के क्यों देकर सफाई का काम कराया जा रहा है ? छाबड़ा ने कहा कि क्या इसी कंपनी का ठेका मोहाली में भी है ? और एक ही मशीनें दोनों जगह यूज हो रही हैं? इसीलिए सच्चाई जानने के लिए इस कंपनी को ठेका दिए जाने की सीबीआई जांच जरूरी है। छाबड़ा ने चंडीगढ़ के प्रशासक वीपी सिंह बदनौर से आग्रह किया है कि शहर में सफाई का नया टेंडर होना चाहिए और लीयोंस कंपनी के ख़िलाफ सीबीआई जांच करवाई जानी चाहिए।

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