CHANDIGARH: दिसंबर 2019 का वह दिन जब भारत में कोरोना नामक वैश्विक महामारी का ज़िक्र दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा था, साथ ही यह महामारी पूरी दुनिया में फैली हुई थी। सेवा के लिए आसपास बहुत से लोग हैं।
विभिन्न संस्थाएं और संगठन आगे आए, वहीं राष्ट्रीय भ्रष्टाचार नियंत्रण एवं जन कल्याण संगठन भी अपनी पूरी टीम सहित लोगों की मदद के लिए आगे आए, संगठन के राष्ट्रीय मुख्य सचिव रंजीत वर्मा ने कहा कि कोरोना महामारी में देश ही नहीं बल्कि समूचे विश्व के लिए एक गंभीर समस्या बनी हुई है ऐसे में संगठन के सामने भी बहुत चुनौतियाँ आयी , लेकिन संगठन में मौजूद सेना से सेवानिवृत्त जवान जोकि भारतीय सेना में अच्छे पदों पर कार्यरत थे और अब संगठन रूपी परिवार का अंग बनकर देश और समाज के लिए कार्य कर रहे हैं।
उन्होंने अपने अदम्य साहस और अनुभव के साथ संगठन को इस कार्य को करने के लिए एक नई दिशा दी जिसमे मुख्य रूप से सेना से रिटायर्ड ब्रिगेडियर हरचरण सिंह जोकि संगठन में राष्ट्रीय सलाहकार सचिव (नागरिक सुरक्षा प्रकोष्ठ एवं इंचार्ज )जम्मू और कश्मीर, भारतीय सेना से रिटायर्ड ब्लैक कैट कमांडों डॉ के. बसंता जी भी इसमें अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं वही इस बारे जानकारी देते हुए रिटायर्ड ब्रिगेडियर हरचरण जोकि संगठन में राष्ट्रीय सलाहकार सचिव (नागरिक सुरक्षा प्रकोष्ठ एवं इंचार्ज )जम्मू और कश्मीर कस पद पर आसीन हैं ने कहा की कोरोना काल में ही नहीं देश पर आयी हर एक समस्या चाहे वह कोई भी हो भारतीय सेना ने हमेशा कमाल संभाल देश की अखंडता और गरिमा को बचाने में अपनी भूमिका निभाई है. जिस प्रकार सैन्य अस्पताल शांतिकाल और युद्धकाल के दौरान सैनिकों की चिकित्सा देखभाल को पूरा करते हैं।
दूरदराज के इलाकों में जहां ग्रामीणों को आसानी से चिकित्सा सुविधा नहीं मिल पा रही है, वहां सेना के अधिकारी स्थानीय लोगों को चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने के लिए आगे आए हैं. जरूरत के समय नागरिक प्रशासन को सैन्य चिकित्सा सुविधाओं के साथ सहायता प्रदान की जाती है। सेना के मेडिकोज के प्रयासों की प्रशंसा करने में नागरिक भी गर्व महसूस करते हैं। सैन्य अस्पताल जम्मू विशेष रूप से कोरोना रोगियों के लिए स्थापित 200-बेड आइसोलेशन वार्ड के माध्यम से कोरोना रोगियों का इलाज कर रहा है।वहीँ इसमें अपनी अहम भूमिका निभा रहा राष्ट्रीय भ्रष्टाचार नियंत्रण और मानव कल्याण संगठन (एनसीसीएचडब्ल्यूओ) जोकि नीति आयोग द्वारा मान्यता प्राप्त एक गैर सरकारी संगठन है, जिसकी भारत के लगभग सभी राज्यों में उपस्थिति है। जम्मू और कश्मीर में, इसका नेतृत्व ब्रिगेडियर हरचरण सिंह, वीएसएम करते हैं। पूजा मल्होत्रा महिला अधिकारिता प्रकोष्ठ की राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं।
नागरिकों को महामारी से सुरक्षित रखने के लिए सभी सदस्यों ने अधिकारियों से हाथ मिलाने का फैसला किया। जम्मू के सैन्य अस्पताल से कोविड योद्धाओं को सम्मानित करने का निर्णय लिया गया. यह निर्णय उस अवसर का लाभ उठाने के लिए लिया गया, जहां नागरिक सेना के कोरोना योद्धाओं से मिल सकें और सैनिकों के प्रति आभार व्यक्त कर सकें।एनसीसीएचडब्ल्यूओ टीम जम्मू और कश्मीर में लगभग 12 ऐसे शख्शियत जोकि अपने आप में ही एक गैर सरकारी संगठन के समान हैं के साथ मिलकर काम करती है, जो समाज सेवा के सामान्य लक्ष्य की दिशा में काम कर रही है।
एक प्रतिनिधिमंडल ने कमांडेंट ब्रिगेडियर केजे सिंह को कोरोना योद्धाओं से मिलने के लिए बुलाया। प्रतिनिधिमंडल ने अस्पताल के कर्मचारियों को उनकी समर्पित और निस्वार्थ सेवाओं के लिए सराहना की। प्रतिनिधि द्वारा मरीजों की सुविधा के लिए चिकित्सा उपकरण भेंट किए गए। आयोजन के लिए दान, योजना और पहल पूजा मल्होत्रा (राष्ट्रीय महिला अधिकारिता प्रकोष्ठ की अध्यक्ष), रोहिणी आइमा, गुरविंदर कौर, गीत नंदन जैन (अध्यक्ष एसएस तालाब टिल्लू), नवीन जैन, रमणिक सिंह और कर्नल अजय रैना, एस.एम. .सुश्री अमर चौहान (प्रथम इंफोटेनमेंट की प्रमुख और पहली महिला चैनल इंफोबग) ने इन समर्पित और बहादुर कोरोना योद्धाओं की कहानियों का संकलन किया। आर एस गुप्ता, मैनेजिंग ट्रस्टी, सावित्री देवी जागिरी लाल चैरिटी ट्रस्ट ने अपनी बहन स्वर्गीय शशि गुप्ता की स्मृति में योगदान दिया।वहीँ ब्रिगेडियर केजे सिंह ने चिकित्सा संकट की इस घड़ी में मरीजों की सेवा के लिए छुट्टी छोड़ने को तैयार कर्मचारियों द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में बताया. अधिकतम आराम सुनिश्चित करने के लिए, नर्सिंग स्टाफ की सेवाओं का विशेष उल्लेख किया गया था।
बुजुर्ग ईएसएम और अन्य रोगियों को सहायता। एनसीसीएचडब्ल्यूओ के सदस्यों ने कहा कि शहीद सैनिकों के सम्मान और आभार के प्रतीक के रूप में बहादुर महिलाओं को सम्मानित करने और उन्हें समाज द्वारा अपनाने के लिए विशेष प्रयास किए जा रहे हैं। आज समाज कल्याण के लिए किये गए प्रयासों के लिए राष्ट्रीय भ्रष्टाचार नियंत्रण एवं जन कल्याण संगठन की पूरी टीम ने देश के लिए सीमा पर अपनी सेवाएं देने वाले वीर जवान रिटायर्ड ब्रिगेडियर हरचरण सिंह,परमवीर चक्र हासिल करने वाले शूरवीरों में सूबेदार मेजर बाना सिंह जोकि एकमात्र ऐसे व्यक्ति थे जो कारगिल युद्ध तक जीवित थे। सूबेदार मेजर बाना सिंह जम्मू कश्मीर लाइट इनफेन्ट्री की आठवीं रेजीमेंट में कार्यरत थे एवं भारतीय सेना से रिटायर्ड ब्लैक कैट कमांडों डॉ के. बसंता जैसे महान भारत माता के सपूतों का आभार व्यक्त किया और उनके द्वारा संगठन को दिखाए सन्मार्ग पर चलने की शपथ ली.
राष्ट्रीय मुख्य सचिव, चेयरमैन, अध्यक्षा एवं परी नेशनल टीम ने इनकी बहुत सराहना की, जो देश हित के लिये अपना कार्यकाल पुरा करने के बाद भी देश सेवा मे अपना योगदान दे रहे है।