CHANDIGARH: राज्य भर में अधिक से अधिक लोगों को कोविड टीका लगवाने के मद्देनज़र कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार ने शनिवार को ‘व्यापक टीकाकरण मुहिम’ की शुरुआत की, जिसके अंतर्गत एक दिन में 5.5 लाख व्यक्तियों को टीका लगाया गया और इस संबंधी और ताज़ा विवरण तैयार किये जा रहे हैं।एक प्रैस बयान के द्वारा इस संबंधी जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि 1 जुलाई की देर शाम को पंजाब सरकार ने पहली बार कोवीशील्ड की 6,84,240 बड़ी संख्या में और कोवैक्सीन की 61,100 ख़ुराकों की खेप प्राप्त की।
उन्होंने कहा कि टीका प्राप्त होने के बाद पंजाब सरकार ने एक दिन में कम-से-कम 5 लाख व्यक्तियों को कवर करने के लिए ‘व्यापक टीकाकरण मुहिम’ की रूप रेखा तैयार की।टीकाकरण के ज़िलावार आंकड़े साझा करते हुए श्री सिद्धू ने कहा कि लुधियाना 82667 लोगों का टीकाकरण करवा कर सभी जिलों में अगुआ रहा है जबकि 77930 लोगों का टीकाकरण करवाने वाला होशियारपुर दूसरे स्थान पर और 62000 से अधिक व्यक्तियों को टीका लगाकर जालंधर तीसरे स्थान पर रहा। राज्यों में टीकों की सप्लाई में असमानता की तरफ इशारा करते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पंजाब को हरियाणा और राजस्थान जैसे पड़ोसी राज्यों, जहाँ टीकाकरण मुहिम ज़ोरों पर है, के मुकाबले ख़ुराकों की बहुत कम सप्लाई मिल रही है।
उन्होंने कहा कि पंजाब लगातार तीन दिनों से टीकों की कमी बर्दाश्त कर रहा था और सप्लाई में असमानता के कारण पंजाब में कुछ कोविड टीकाकरण केंद्र बंद रहे। उन्होंने बताया कि 27 जून से 2 जुलाई तक पंजाब में टीकाकरण की कवरेज की संख्या घटकर सिर्फ़ 16,000-17,000 ही रह गई थी और उचित मात्रा में टीके की ख़ुराक प्राप्त होने के बाद यह संख्या तेज़ी से 5.5 लाख तक पहुँच गई है।
पिछले हफ्ते में हुई टीकों की सप्लाई बारे जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि पंजाब सरकार को 24 जून को कोवीशील्ड की सिर्फ़ 79,550 ख़ुराकें, 25 जून को 79,540 और 29 जून को कोवैक्सीन की 31,580 ख़ुराकें प्राप्त हुई हैं। बताना बनता है कि 27 जून से 1 जुलाई तक कोवीशील्ड का भंडार खाली रहा, जिस कारण टीकाकरण मुहिम की रफ़्तार धीमी हुई। राज्य में कोविड टीकाकरण की संख्या 22 जून को 1,14,655 से घटकर 1 जुलाई तक 17,704 रह गई।कोविड की अति-संभावी तीसरी घातक लहर पर चिंता ज़ाहिर करते हुए श्री सिद्धू ने कहा कि पंजाब सरकार किसी भी संकटकालीन स्थिति से निपटने के लिए तैयारियाँ कर रही है, परन्तु भारत सरकार द्वारा टीके की कम और आसमान सप्लाई ने टीकाकरण मुहिम को बहुत प्रभावित किया है।
स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव श्री हुस्न लाल ने कहा कि दूसरे देशों में डेल्टा वायरस का फैलाव पंजाब सरकार के लिए चिंता का विषय है क्योंकि अध्ययन से पता लगता है कि टीके की दोनों ख़ुराकें लगवाने वाला व्यक्ति बहुत कम प्रभावित होता है जबकि टीका न लगवाने वाले व्यक्ति बहुत बुरी तरह प्रभावित होते हैं। माहिर डाक्टरों के मुताबिक टीकों की दूसरी ख़ुराक वायरस की ख़तरनाक किस्मों से लोगों को मज़बूत बनाती है। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन और यूरोपीयन देशों में डेल्टा के फैलाव को देखते हुए अधिक से अधिक लोगों को टीकाकरण के दायरे में लाना बहुत ज़रूरी हो गया है।
स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव ने बताया कि पटियाला और लुधियाना ज़िलां में डेल्टा वेरीएंट के 2 मामले सामने आए हैं जोकि पूरी तरह ठीक हो गए हैं। यदि आने वाले दिनों में स्थिति और बिगड़ जाती है तो इससे अस्पतालों पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा और ऐसी स्थिति से निपटने का एक मात्र रास्ता है कि अधिक से अधिक लोगों को टीका लगाया जाये।श्री हुस्न लाल ने कहा कि पंजाब में अब तक कुल 78,33,665 व्यक्तियों ने कोविड टीका लगवाया है जिसमें से 66,60,035 ने पहली ख़ुराक और 11,73,630 ने दूसरी ख़ुराक लगवाई है।