CHANDIGARH, 19 JULY: पंजाब विजीलैंस ब्यूरो ने बुधवार को साल 2019 में सेवक संत दयाल दास के कत्ल केस में क्लीन चिट हासिल कर चुके व्यक्ति को फिर नामजद करने के बदले 20 लाख रुपए रिश्वत लेने के आरोप में डिप्टी सुपरिंटेंडैंट आफ पुलिस (डी.एस.पी.) सुशील कुमार को गिरफ्तार किया है। ज़िक्रयोग्य है कि 7 नवंबर, 2019 को कोटकपूरा के गाँव कोटसुखिया स्थित डेरा बाबा हरका दास में दो अज्ञात व्यक्तियों की तरफ से संत दयाल दास की गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।
इसके बाद संत बाबा हरिदास जी के चेले संत गगन दास की शिकायत पर दो अज्ञात व्यक्तियों और संत जनरल दास कपूरे वालियां के खि़लाफ़ थाना सदर कोटकपूरा में कत्ल केस दर्ज किया गया था। इस उपरांत डी.एस.पी. हेडक्वार्टर मोगा रविन्द्र सिंह की तरफ केस में नामज़द संत जनरल दास को क्लीन चिट दे दी गई थी।
इस सम्बन्धी जानकारी देते विजीलैंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट के निर्देशों पर आई.जी.पी. फरीदकोट रेंज प्रदीप कुमार यादव ने एस.पी. (डी) फरीदकोट गगनेश कुमार के नेतृत्व में एक विशेष जांच टीम ( एस.आई.टी.) का गठन किया। इस एस.आई.टी. में डी.एस.पी. फरीदकोट सुशील कुमार समेत डी.एस.पी. बाघापुराना जसजोत सिंह और एसआई खेम चंद टीम सदस्यों के तौर पर शामिल थे।
प्रवक्ता ने बताया कि 8 नवंबर, 2022 को एस.पी. गगनेश कुमार और डीएसपी सुशील कुमार ने संत जनरल दास कपूरे वालियां को फिर नामज़द करने और गिरफ़्तार करने और इस मामले में संत गगन दास की मदद करने के लिए उस ( गगन दास) से 50 लाख रुपए रिश्वत की माँग की। यह सौदा 35 लाख रुपए में तय हुआ और उक्त अधिकारी पहले ही दो किश्तों में 20 लाख रुपए ले चुके थे जिनमें 9 नवंबर, 2022 और 22 नवंबर, 2022 को क्रमवार 15 लाख और 5 लाख रुपए रिश्वत के तौर पर लिए गए। प्रवक्ता ने बताया कि जांच के बाद विजीलैंस ब्यूरो फ़िरोज़पुर रेंज की पुलिस टीमों ने डीएसपी सुशील कुमार, जो इस समय 3 आई.आर.बी. लुधियाना में तैनात है, को गिरफ़्तार किया। आरोपी डी.एस.पी. को गुरूवार को अदालत में पेश किया जायेगा।