10वें एंडोवास्कुलर और अल्ट्रासाउंड-गाइडेड वेनस इंटरवेंशन कोर्स-2024 का चल रहा आयोजन
MOHALI, 2 AUGUST: वैरिकाज नसों और इसके प्रबंधन से जुड़े उन्नत उपचार विकल्पों के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए फोर्टिस अस्पताल मोहाली 1 से 3 अगस्त तक 10वें एंडोवास्कुलर और अल्ट्रासाउंड-गाइडेड वेनस इंटरवेंशन कोर्स-2024 (ईयूवीआईसी) का आयोजन फोर्टिस अस्पताल मोहाली में कर रहा है। वर्कशाॅप का शुभारंभ मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित हुए पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. बलबीर सिंह ने की।
इस वर्कशाॅप का आयोजन वैस्कुलर सोसायटी फॉर लिम्ब साल्वेज के तत्वावधान में वेनस एसोसिएशन ऑफ इंडिया (वीएआई) और वैस्कुलर सोसायटी ऑफ इंडिया (वीएसआई) के सहयोग से किया जा रहा है। वर्कशाॅप में दुनियाभर से 150 डॉक्टर भाग ले रहे हैं। इस दौरान 30 से अधिक रोगियों की वैरिकाज नसों, डायबिटिक फुट डायलिसिस एक्सेस और आर्टिरियोवेनस मैलफॉर्मेशन जैसी बीमारियों से संबंधित लाइव वैस्कुलर सर्जरी की जा रही है, ताकि सभी प्रतिनिधियों को वेनस अल्ट्रासाउंड फिजिक्स और उपकरण, वेनस निचले छोर के अल्ट्रासाउंड मूल्यांकन, वेन एब्लेशन प्रक्रियाओं के लिए मैप और वेनस रोगों के प्रबंधन के बारे में उनकी समझ बढ़ाने के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण दिया जा सके।
डॉ. रावुल जिंदल, डायरेक्टर, वैस्कुलर सर्जरी, फोर्टिस अस्पताल मोहाली, जो सत्र का नेतृत्व कर रहे हैं और वर्कशाॅप का संचालन कर रहे हैं, ने कहा कि तीन दिवसीय वर्कशाॅप का उद्देश्य वैरिकोज वेंस के लक्षणों, कारणों और उपचार विकल्पों के बारे में जागरूकता फैलाना है। वैरिकोज वेंस से पीड़ित मरीजों की टांगों में फैली हुई नसें दिखाई देती हैं, जो दर्द, सूजन, खुजली और रक्तस्राव का कारण बनती हैं। कुछ रोगियों को टांगों में स्किल पिगमेंटेशन और अल्सरेशन का भी अनुभव होता है। इस चिकित्सा बीमारी का निदान क्लिनिक परीक्षण और डुप्लेक्स अल्ट्रासाउंड के माध्यम से किया जाता है और इन नसों को हटाने के लिए कई प्रक्रियाएं हैं।
उन्होंने बताया कि इस वर्कशाॅप में वैस्कुलर अल्ट्रासाउंड थ्योरी और मॉडलों और रोगियों पर व्यावहारिक प्रशिक्षण शामिल है। आईजेवी का यूएसजी गाइडेड पंचर/ फेमोरल वेन/पोपलीटिअल वेन/ फेमोरल आर्टरी/एक्सिलरी वेन/लाँग सैफेनस वेन और शॉर्ट सैफेनस वेन; मेडिकल स्टॉकिंग्स और फाॅर लेयर कंप्रैशन स्टॉकिंग्स; ईवीएलटी/आरएफ/फोम स्क्लेरोथेरेपी के लाइव प्रदर्शन के साथ वैरिकाज नसों के उन्नत उपचार का व्यावहारिक प्रशिक्षण, डीवीटी थ्रोम्बोलिसिस और आईवीसी फिल्टर का लाइव प्रदर्शन; कॉस्मेटिक वैरिकाज नसों का उपचार; स्टेम सेल और पीआरपी थेरेपी का लाइव प्रदर्शन, वैरिकाज नसों (एमओसीए) का मैकेनिक-केमिकल एब्लेशन, ग्लू टैकनीक और अन्य नवीनतम प्रक्रियाएं, जिनका लाइव प्रदर्शन किया जा रहा है।
वर्कशॉप में जाने-माने अंतरराष्ट्रीय डॉक्टर प्रो. जीन फ्रेंकोइस, फ्रांस के डॉ. जीन पैट्रिक बेनिग्नी, मिस्र के डॉ. वसीला ताहा, डीएनबी के अध्यक्ष डॉ. अभिजात शेठ और जाने-माने नेशनल डॉक्टर्स डॉ. रावुल जिंदल, डॉ. मलय पटेल, डॉ. पीसी गुप्ता और डॉ. मुनीर अहमद पारा व्याख्यान देने पहुंचे हैं। इस कोर्स में वैरिकोज वेन सर्विस प्रोवाइडर, सोनोग्राफर और अन्य संबद्ध हेल्थ केयर प्रोफशनल्स भी शामिल हैं। इस बीच, डॉ. रावुल जिंदल और उनकी टीम ने बताया कि वैस्कुलर डिजीज के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए चंडीगढ़ क्लब सेक्टर-1 से सुखना झील तक 4 अगस्त को सुबह 6 बजे वॉकथॉन का आयोजन भी किया जाएगा।