यदि घर पर ही मिलेट्स युक्त खजूर के गुड़ में मिठाई बनाएं तो सेहत के लिये भी फायदेमंद है
CHANDIGARH, 20 OCTOBER: दीपावली का मतलब मौज-मस्ती और खूब सारा खाना-खिलाना। तरह-तरह की मिठाइयां, ड्राईफ्रूट्स त्योहार में आपके सामने होंगी। यूं तो भारतीय पारंपरिक मिठाइयां और ड्राई फ्रूट्स हमारी सेहत के लिए लाभदायक हैं, लेकिन अति हर चीज की बुरी होती है। अगर जान लिया जाए कि हम जो मिठाई या ड्राईफ्रूट खा रहे हैं उनमें कितनी कैलोरी है तो हम त्योहारों पर भी अपनी सेहत का ध्यान भी रख सकते हैं , जनाकारी दी लाइफस्टाइल एक्सपर्ट व पूर्व असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ एच के खरबंदा ने ।
बिस्कुट-चॉकलेट से बेहतर हैं पारंपरिक मिठाइयां
दीपावली पर अपनों को कुछ मीठा देना परंपरा है व चाकलेट, बिस्कुट, जूस देने का रिवाज बढ़ता जा रहा है। लेकिन जान लें पारंपरिक भारतीय मिठाइयां आज भी चाकलेट, बिस्कुट और रेडीमेड जूस से स्वाद और सेहत के लिहाज से बहुत उम्दा हैं। भारतीय मिठाइयों में पर्याप्त मात्रा में विटामिन्स, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, आवश्यक फैट और शुगर होती है। आप मिलावट और सब स्टैण्डर्ड सामग्री का ध्यान रखें तो मिठाइयों का लेन-देन आपकी खुशियों को और बढ़ा सकता है। अच्छी, नामी और प्रतिष्ठित अथवा जान-पहचान की दुकानों से ही व एक्सपाइरी डेट चेक करके ही मिठाइयां खरीदें।
पारंपरिक मिठाइयों की खूबी यह है कि सामान्य खर्च में इसे घर में ही बनाया जा सकता है। यदि 50 प्रतिशत मिलेट्स के आटे को खजूर के गुड़ व नारियल तेल में बनाया जाए तो यह सर्वोत्तम रहेगा । इसी तरह रोजाना यदि आप काफी मात्रा में नट्स और ड्राई फ्रूट्स खाते हैं तो कोशिश करें कि कम कैलोरी वाली चीजाें का ही चुनाव करें। अखरोट में लाभदायक फैट बड़ी मात्रा में होता है। यह हाइपरटेंशन, डायबिटीज, दिल की बीमारी के लिए फायदेमंद होता है, इसलिए इसे भी खाएं, लेकिन सीमित मात्रा में। ड्राई फ्रूट्स के मुकाबले नट्स में कम कैलोरी होती है, इसलिए उन्हें अपनी डाइट में अधिक मात्रा में शामिल कर सकते हैं। खजूर में सबसे अधिक कैलोरी होती है, इसलिए उसे बहुत कम ही खाएं।