CHANDIGARH: पंजाब पुलिस ने मोगा में हथियारबंद लुटेरों के एक ख़तरनाक गिरोह का पर्दाफाश किया है जो मोगा कस्बे में हथियारबंद लूटपात और कार छीनने की वारदातों को अंजाम देने की योजनाएँ बना रहे थे। पुलिस ने इस गिरोह के 6 सदस्यों को गिरफ़्तार करके गिरोह के सदस्यों से चोरी की कार और मोटरसाईकल के अलावा 2 देसी पिस्तौल .315 बोर और .32 बोर बरामद किये हैं।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुये डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि इस गिरोह ने पिछले समय के दौरान मालवा क्षेत्र के जिलों में बड़ी संख्या में हथियारबंद लूटें और डकैतियां की थीं। जांच जारी थी और पुलिस गिरोह के बाकी सदस्यों को गिरफ़्तार करने के यत्न कर रही थी।
उन्होंने बताया कि मोगा पुलिस की तरफ से इस गिरोह के गिरफ़्तार किये 6 मुलजिमों में कुलविन्दर सिंह उर्फ किन्दा निवासी गाँव दाता, गुरजीवन सिंह उर्फ जुगनू वासी गाँव सिंघावाला, धर्मकोट का अकाशदीप सिंह उर्फ मनी, सलीम ख़ान उर्फ सईमू, कृष्ण बांसल उर्फ गगना और मनवीर सिंह उर्फ मनी (सभी निवासी मोड़ मंडी) शामिल हैं। पुलिस की तरफ से दोषियों के खि़लाफ़ आई.पी.सी. की धारा 399, 402 और हथियार एक्ट की धारा 25 के अंतर्गत एफआईआर नं. 160 पुलिस थाना मोगा में दर्ज की गई है।
गुप्ता ने बताया कि मुलजिमों के पास से एक रिटज़ कार (पी.बी. -10 -ई.ए.-4789) जो उन्होंने कुलवंत सिंह नामक व्यक्ति से पुलिस थाना दाखा के अधीन पड़ते इलाके से छीनी थी और इसके साथ ही बिना नंबर प्लेट के चोरी किया हुआ बजाज पलसर मोटरसाईकल भी बरामद हुआ है।
उन्होंने बताया कि जांच के दौरान गिरोह के सदस्यों ने कबूल किया है कि उन्होंने पुरानी अनाज मंडी, मोगा के क्षेत्र में एक हथियारबंद लूट की कोशिश की थी और एक चावल व्यापारी के एजेंट राजेश कुमार को जख़़्मी कर दिया था।
पीडि़त व्यक्ति के पेट में गोली लगी थी। इसके बाद पुलिस ने गाँव समालसर के इलाके से एक लावारिस क्षतिग्रस्त सफ़ेद रंग की स्कॉर्पियो (रजिस्ट्रेशन नंबर पीबी -10 एन-2859) भी बरामद की। वाहन की तलाशी लेने पर कार के अंदर से एक देसी .315 बोर की पिस्तौल बरामदहुई थी। यह वाहन इस गिरोह के मैंबर गाँव मेहना के स्वर्णजीत सिंह का था। उस दिन, गिरोह के मैंबर वाहन के अंदर नशा कर रहे थे जिस दौरान वाहन अनियंत्रित होकर यह हादसाग्रस्त हो गई।
स्थानीय गाँव वासी मौके पर इकठ्ठा हुए और गिरोह के मैंबर डर के कारण अपना वाहन छोड़ कर वहाँ से भाग गए।
उन्होंने खुलासा किया कि गिरोह का एक मैंबर सुखदूल सिंह उर्फ सुखा निवासी गाँव दुनेके, मोगा जो एक ख़तरनाक और भगौड़ा अपराधी है, इस समय पर कनाडा में बसा हुआ है जिसने सतनाम सिंह निवासी लंडे, पुलिस थाना समालसर के पास से 25 लाख रुपए की फिरौती माँगी थी। हालाँकि, सतनाम सिंह ने उनकी कोई माँग नहीं मानी। इसलिए, गिरोह के सदस्यों ने उसे डराने के लिए उसकी स्विफट डिज़ायर कार (रजिस्ट्रेशन नंबर पीबी 29 -एक्स -8811) पर गोलियाँ चलाईं थी।