NEW DELHI: दक्षिण फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत को फिल्मी दुनिया के सबसे बड़े पुरस्कार “दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड” से नवाजा जाएगा। केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावडेकर ने इसकी घोषणा की है। उन्होंने बताया कि रजनीकांत को 51वां दादा साहब फाल्के अवॉर्ड तीन मई को दिया जाएगा। दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड की 5 सदस्यीय जूरी ने सर्वसम्मति से रजनीकांत को यह अवॉर्ड देने का फैसला किया है। इस जूरी में आशा भोंसले, सुभाष घई, मोहन लाल, शंकर और विश्वजीत चटर्जी शामिल थे। सिनेमा में शानदार योगदान के लिए अभी तक ये अवॉर्ड 50 बार अलग-अलग हस्तियों को दिया जा चुका है। अब 51वां अवॉर्ड सुपरस्टार रजनीकांत को दिया जाएगा। इस अवॉर्ड के लिए रजनीकांत के चयन से देश को खुशी मिलेगी।”
पीएम मोदी ने दी बधाई
इस मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट संदेश में कहा, “कई पीढ़ियों में लोकप्रिय, विभिन्न भूमिका निभाने वाले, एक स्थायी व्यक्तित्व… आपके लिए रजनीकांत हो सकते हैं। यह बेहद खुशी की बात है कि थलाइवा को दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया है। उन्हें बधाई।” पीएम मोदी ने कहा ‘थलाइवा’ को यह पुरस्कार मिलना प्रसन्नता का विषय है। तमिलनाडु की जनता रजनीकांत को ‘थलाइवा’ के नाम से भी संबोधित करती है। यह ‘थलाइवर’ से बना है, जिसका अर्थ है ‘लीडर या बॉस’। रजनीकांत को साल 2019 के लिए 3 मई को दादा साहेब फाल्के पुरस्कार प्रदान किया जाएगा।
25 साल की उम्र में की फिल्मी करियर की शुरुआत
रजनीकांत ने 25 साल की उम्र में अपने फिल्मी करियर की शुरुआत की थी। उनकी पहली तमिल फिल्म ‘अपूर्वा रागनगाल’ थी। इस फिल्म में उनके साथ कमल हासन और श्रीविद्या भी थे। 1975 से 1977 के बीच उन्होंने ज्यादातर फिल्मों में कमल हासन के साथ विलेन की भूमिका की थी। लीड रोल में उनकी पहली तमिल फिल्म साल 1978 में ‘भैरवी’ आई। ये फिल्म काफी हिट रही और रजनीकांत स्टार बन गए। इसके बाद रजनीकांत ने कबाली, काला, लिंगा, रोबोट, शिवाजी द बॉस, अंधा कानून जैसी हिट फिल्मों में काम किया।
इन्हें मिला था पहला दादा साहेब फाल्के पुरस्कार
दादा साहेब फाल्के पुरस्कार साल 1969 में भारतीय सिनेमा के पितामह दादासाहेब फाल्के की जन्मशती वर्ष के अवसर पर शुरू हुआ था। दादा साहब फाल्के पुरस्कार विजेता को 10 लाख रुपये, स्वर्ण कमल तथा एक शॉल दिया जाता है। यह पुरस्कार सबसे पहले देविका रानी को दिया गया था। अब तक 50 फिल्मी हस्तियों को यह पुरस्कार दिया जा चुका है। इनमें आशा भोंसले, शशि कपूर, लता मंगेशकर, यश चोपड़ा, अमिताभ बच्चन, विनोद खन्ना जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
पद्मभूषण से लेकर पद्मविभूषण तक से हो चुके हैं सम्मानित
रजनीकांत का जन्म 12 दिसंबर 1950 को बेंगलुरु के मराठी परिवार में हुआ था। रजनीकांत ने अपनी मेहनत और कड़े संघर्ष की बदौलत टॉलीवुड (तमिल सिनेमा जगत) में ही नहीं, बल्कि बॉलीवुड में भी काफी नाम कमाया है। साउथ में तो रजनीकांत को थलाइवा और भगवान कहा जाता है। रजनीकांत का असली नाम शिवाजी राव गायकवाड़ है। रजनीकांत को सिनेमा में उनके योगदान के लिए साल 2000 में पद्मभूषण और 2016 में पद्मविभूषण से भी सम्मानित किया जा चुका है। ~(PBNS)