डीजीपी ने लोगों से की अपील: ऐसी ऑनलाइन योजनाओं से सचेत रहें और किसी भी योजना में सही जांच के बिना निवेश न करें
CHANDIGARH: रूपनगर पुलिस द्वारा आज पाँच व्यक्तियों की गिरफ्तारी से एसपियन ग्लोबल के नाम तहत एक आनलाइन प्लेटफार्म के द्वारा चलाए जा रहे बहु-करोड़पति पोंजी स्कीम निवेश रैकेट का पर्दाफाश किया गया है। एसपियन ग्लोबल एक आनलाइन गेमिंग वैबसाईट ई.एस.पी.एन. ग्लोबल की एक प्रौकसी है, जो भोले-भाले लोगों को लुभाने के लिए निवेश किये पैसों को हफ्तावारी चार गुणा करने के साथ साथ विदेशी यात्राओं की पेशकश भी करती है।
गिरफ्तार किये गए व्यक्तियों की पहचान इकशित निवासी सिरसा, हरियाणा, अंकित निवासी भिवानी हरियाणा, राकेश कुमार निवासी जीरकपुर, एस.ए.एस नगर, गुरप्रीत सिंह और सचिनप्रीत सिंधु दोनों निवासी मोहाली, एस ए एस नगर के तौर पर हुई है। पुलिस ने उनके कब्जे में से 8.2 लाख रुपए भी बरामद किये हैं।
डायरैक्टर जनरल आफ पुलिस (डीजीपी), पंजाब श्री दिनकर गुप्ता ने कहा कि ऐसे एक निवेशक की शिकायत के बाद, जिसने लगभग 16 लाख रुपए का निवेश करने का दावा किया था जिसके बदले में उसे कुछ नहीं मिला, सीनियर पुलिस कप्तान (एसएसपी) रूपनगर अखिल चैधरी ने एस.पी. (हैडक्वाटर) अंकुर गुप्ता को तुरंत एफआईआर दर्ज करने और मामला की जांच शुरू करने के लिए निर्देश दिया।
जांच के दौरान, डीजीपी दिनकर गुप्ता ने बताया कि पुलिस ने मुम्बई स्थित बैंक खातों का पता लगाने में कामयाबी हासिल की है, जिसमें नकदी ट्रांसफर की गई थी और इन खातों की स्टेटमैंटों की पड़ताल के दौरान पाया गया है कि लोगों ने पूरे भारत में से इसी प्लेटफार्म पर करोड़ों रुपए का निवेश किया है।
डीजीपी ने लोगों से अपील की कि वह ऐसी आनलाइन स्कीमों के प्रति सचेत रहें और किसी भी स्कीम और ऐसी स्कीमों के साथ जुड़े एजेंट की सही तस्दीक किये बिना निवेश न करें।
कार्य प्रणाली
एसएसपी रूपनगर अखिल चैधरी ने कि कंपनी कैसे निवेशकों को लुभा रही थी, इस बारे और जानकारी देते हुये बताया कि कंपनी की तरफ से तीन निवेश स्लोटों की पेशकश की जाती थी, जिसमें 4.82 लाख रुपए, 7 लाख रुपए और 19.40 लाख रुपए शामिल हैं और जब कोई भी एक स्लोट में निवेश करता है, उसके लिए इलेक्ट्रानिक ट्रांजैकशन खरीद (ईपीटी)) तैयार की जाती थी और यह भारतीय करैंसी को ईपीटीज और डालरों में तबदील कर देती थी, जिस के आधार पर हफ्तावारी वापसी का वायदा किया जाता है। एक ईपीटी एक डालर के बराबर है।
एसएसपी चैधरी ने कहा कि निवेशकों को कंपनी में निवेश करने का लालच देने के लिए, धोखाधड़ी करने वाली इस कंपनी की तरफ से विशेष सैमीनार भी करवाए जाते थे। एसएसपी चैधरी ने कहा कि यह एक क्रमबद्ध प्रणाली है जिसमें 13 रैंक हैं और जब कोई व्यक्ति ऐसी योजनाओं में और ज्यादा ग्राहकों को लाता है, तो सिस्टम में उसके रैंक में सुधार हो जाता है।
इस पर कार्यवाही करते हुये पंजाब पुलिस की तरफ से 14 मई, 2021 को एफ.आई.आर. नं. 76, आइपीसी के सैक्शन 406 और 420, प्राईज चिट और मनी सर्कूलेशन (बैनिंग) एक्ट के सैक्शन 4, 5 और 6 और चिट फंड एक्ट के सैक्शन 76 के अंतर्गत मोरिंडा सिटी थाने में दर्ज की गई है।