कहा- प्रशासन को पूरे साल प्रदूषण की चिंता करनी चाहिए, सिर्फ दीपावली के समय नहीं
CHANDIGARH: पूर्वांचल विकास महासंघ ट्राइसिटी चंडीगढ़ के अध्यक्ष एवं चंडीगढ़ कांग्रेस कमेटी के प्रदेश महामंत्री शशिशंकर तिवारी ने शहर में पटाखों पर रोक लगाने के फैसले की निंदा करते हुए कहा है कि हिन्दुओं के त्योहारों में ही कुछ लोगों को प्रदूषण की चिंता क्यों होने लगती है? सनातन धर्म से जुड़े लोगों द्वारा मनाए जाने वाले त्यौहार दीपावली या होली के दौरान ही ये सवाल क्यों उठाए जाते हैं कि पटाखे चलाने से प्रदूषण होगा या पानी की बर्बादी होगी और ये स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होगा।
प्रदूषण की चिंता है तो ट्रक-बसों, फैक्ट्रियों पर क्यों नहीं नकेल डालते
तिवारी ने एक बयान जारी कर कहा कि इन लोगों को 11 महीने 15 दिन प्रदूषण आदि की चिंता नहीं रहती लेकिन जैसे ही दीपावली, छठ या होली जैसे त्यौहार आने शुरू होते हैं तो प्रदूषण को लेकर इनकी चिंताएं बढ़ जाती हैं व मुफ्त में प्रदूषण पर अपनी सलाह देना शुरू कर देते हैं। उन्होंने प्रश्न किया कि अगर प्रदूषण की इतनी ही चिंता है तो ट्रक-बसों, बड़ी-बड़ी फैक्ट्रियों आदि जो सालभर प्रदूषण फैलाते हैं, उन पर कोई उंगली क्यों नहीं उठाता? तब न तो प्रशासन को, न प्रदूषण नियंत्रण डिपार्टमेंट को और न पर्यावरण प्रेमियों को प्रदूषण की चिंता रहती है। सालभर यह प्रदूषण फैलाए रहते हैं, लेकिन जैसे ही हिंदुओं के त्यौहार आते हैं तो प्रशासन के साथ-साथ कुछ सामाजिक संस्थाओं को भी प्रदूषण की चिंता होने लगती है।
धार्मिक आस्था के साथ जुड़े हैं सनातन त्यौहार
तिवारी ने कहा कि दीपावली एक धार्मिक आस्था के साथ जुड़ा हुआ त्यौहार है और इस त्यौहार में खूब खुशियां मनानी चाहिए एवं भरपूर पटाखे चलाने चाहिए। तिवारी ने पूछा कि अन्य धर्मों में भी त्यौहारों पर पटाखे चलाए जाते हैं लेकिन क्या उसमें कोई प्रदूषण नहीं फैलता? जैसे ही सनातन धर्म से जुड़े त्यौहार आते हैं तो कहीं प्रदूषण फैलने लगता है तो कहीं होली में पानी की बर्बादी दिखने लगती है। ऐसे लोग माहौल को खराब करते हैं।
लोगों से पटाखे चलाने की अपील की
तिवारी ने प्रशासन को भी आड़े हाथ लेते हुए कहा कि अधिकारी जितनी दीपावली में प्रदूषण के प्रति जागरूकता दिखाते हैं, अगर वही जागरूकता सालभर रखें तो सालभर प्रदूषण ही न हो। तिवारी ने लोगों से दीपावली के त्यौहार पर पटाखे चलाने की अपील की तथा भरपूर खुशी से इस त्यौहार को मनाने की प्रार्थना की है।