CHANDIGARH, 16 MARCH: हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने मंगलवार को राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के अवसर पर पंचकूला जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, कोट से हरियाणा में 12 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों के लिए कोर्बवैक्स टीकाकरण अभियान का शुभारंभ किया। राज्यपाल की उपस्थिति में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा बधिर बच्चों को कोर्बवैक्स की डोज दी गई। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा और उपायुक्त महावीर कौशिक भी उपस्थित थे।
राष्ट्रीय टीकाकरण दिवस के अवसर पर शुभकामनाएं देते हुए दत्तात्रेय ने कहा कि डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ, आशा वर्कर और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों की मेहनत और प्रतिबद्धता से ही देश और प्रदेश में सभी टीकाकरण अभियान सफल हो पाए हंै। उन्होंने कहा कि आज के समय में गंभीर बीमारियों से बचाव के लिये टीकाकरण बेहद जरूरी हैं, विशेषकर गर्भवती माताओं व नए जन्मे बच्चों के लिए यह नितांत आवश्यक है। उन्होंने कहा कि शत प्रतिशत टीकाकरण होने से स्वस्थ बच्चे पैदा होंगे। इससे मजबूत भारत का निर्माण होगा और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी का स्वस्थ भारत का सपना भी साकार होगा।
दत्तात्रेय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में और स्वास्थ्य विभाग की मेहनत के फलस्वरूप भारत में कोविड-19 टीकाकरण की सफलता की चर्चा पूरे विश्व में है। लोगों को स्वदेशी वैक्सीन कोविशील्ड और को-वैक्सीन की 181 करोड़ से भी अधिक डोज देकर देश को कोरोना महामारी से सुरक्षित किया है। उन्होंने कहा कि 98 करोड़ से भी अधिक पहली और 82 करोड़ दूसरी डोज दी गई है। इसी तरह 15 से 18 वर्ष आयु के बच्चों को 5.70 करोड़ डोज दी जा चुकी है। इसके अलावा 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों को ऐतिहातन डोज भी दी जा रही है।
राज्यपाल ने टीकाकरण में हरियाणा द्वारा और आगे बढ कर कार्य करने के लिये प्रदेश सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि हरियाणा में अब तक 4.14 करोड़ से भी अधिक कोरोना रोधी डोज दी जा चुकी है जोकि राष्ट्रीय औसत से भी अधिक है। उन्होंने कहा कि हमारे वैज्ञानिकों व डाॅक्टरों ने जिस तीव्र गति से कोरोना वैक्सीन का अनुसंधान व निर्माण किया है, उसी की बदौलत हम महामारी से बच पाए हैं। हमने अपने देश को तो सुरक्षित किया ही है दुनिया के 90 से भी अधिक देशों को वैक्सीन भेजी है। उन्होंने कहा कि अब 12 से 14 आयु वर्ग के बच्चों के लिए कोर्बवैक्स नामक कोरोना रोधी वैक्सीन तैयार की है।
दत्तात्रेय ने कहा कि भारत में पहले भी पोलियो-रोधी टीकाकरण व अन्य टीकाकरण अभियान शत प्रतिशत सफल रहे हैं। उन्होंने डाॅक्टरों, स्वास्थ कर्मचारियों और आमजन से अपील की है कि वे ग्रामीण क्षेत्रों में टीकाकरण की गति को बढाएं और सुनिश्चित करें कि सभी गर्भवती माताओं और नए जन्में बच्चांे का शत प्रतिशत टीकाकरण हो, जिससे एक स्वस्थ भारत का निर्माण होगा।
इससे पूर्व दत्तात्रेय ने कोविड टीकाकरण के दौरान उत्कृष्ट कार्य करने वाली आशा वर्कर और नर्सिंग स्टाफ को सम्मानित किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कहा कि हरियाणा सरकार टीकाकरण के प्रति सजग है। दो वर्षों से स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर, पैरामेडिकल और अन्य कर्मचारियों ने कोविड-19 महामारी के प्रबंधन में अहम योगदान दिया है, जिससे राष्ट्रीय स्तर पर सराहा गया हैं। उन्होंने कहा कि कोविड टीकाकरण के साथ साथ यह भी सुनिश्चित किया गया है कि महिलाओं व नवजात बच्चों का नियमित टीकाकरण प्रभावित ना हो। उन्होंने कहा कि कोविड के दौरान हरियाणा में कभी भी ओपीडी को बंद नहीं किया गया। अगर किसी कारणवश कहीं ओपीडी को बंद किया गया तो वहां पर मोबाइल ओपीडी की व्यवस्था की गई ताकि अन्य बीमारियों से ग्रस्त मरीजों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा सके।