पंजाब में कोविड -19 टीकेे का ड्राई रन कामयाब, राज्य प्रति दिन टीके की 4 लाख खुराकों का प्रबंधन करने में समर्थ
निर्धारित लक्ष्य के लिए 1000 शिक्षित वैक्सीनेटर और सहायक सदस्यों की टीम तैयारः बलबीर सिंह सिद्धू
CHANDIGARH: जब देश कोविड-19 टीकाकरण के व्यापक प्रोग्राम की तरफ कदम बड़ा रहा है, पंजाब टीकाकरण के प्रबंधन के लिए तैयार-बर-तैयार है और जब भी वैक्सीन की सप्लाई प्राप्त होती है, टीकाकरण मुहिम शुरू कर दी जायेगी। यह प्रगटावा स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने किया।
मोहाली के 6-फेज़ स्थित जिला अस्पताल में टीकाकरण अभियास चलाने के बाद पत्रकारों के साथ एक अनौपचारिक बातचीत के दौरान स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि टीकाकरण अभियास राज्य स्तर पर जरुरी अमले और सामग्री के साथ सफल रहा है। उन्होंने कहा, “सभी तैयारियां कर ली गई हैं और हम पूरी तरह तैयार हैं।” पूरी टीकाकरण प्रक्रिया का ट्रायल किया गया था और अमले को टीकाकरण के असली प्रबंधन के सभी पहलूओं से अवगत करवा दिया गया है। कार्यशील पहलूओं की गंभीरता से समीक्षा की गई है और कोविन पोर्टल की संभावना सम्बन्धी निगरानी की गई है।
स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि अब तक हमारे पास 1000 प्रशिक्षण प्राप्त वैक्सीनेटर हैं और प्रति वैक्सीनेटर करीब चार सहयोगी टीम मैंबर काम के लिए तैयार हैं। उन्होंने बताया कि राज्य प्रति दिन टीकेे की 4 लाख खुराकों का प्रबंधन करने के लिए पूरी तरह समर्थ है।
उन्होंने बताया कि टीका सिर्फ पहले से रजिस्टर हुए लोगों/लाभपातरियों की सहमति के साथ ही लगाया जायेगा और टीकाकरण के पहले पड़ाव में प्राईवेट और सार्वजनिक सुविधा से सम्बन्धित 1.6 लाख स्वास्थ्य देखभाल वर्करों (एच.सी.डब्ल्यू) को लगाया जायेगा। इसके बाद यह टीका पुलिस समेत फ्रंटलाईन कोरोना योद्धाओं राजस्व अधिकारी और अन्य फील्ड स्टाफ और फिर बुजुर्गों के और सह-रोगों से पीडि़त आबादी को लगाया जायेगा।
मंत्री ने बताया कि वह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के संपर्क में हैं और उनको सभी राज्यों के लिए कोविड टीका मुफ्त मुहैया करवाने के लिए अपील की है।
कोरोना टीके के वास्तविक वितरण की तरफ बढ़ते हुये पंजाब सरकार ने आज जिला अस्पतालों, मैडीकल कालेजों/निजी स्वास्थ्य सुविधा और शहरी/ग्रामीण आऊटरीच केन्द्रों में गठित सभी सैशन साईटों में टीके सम्बन्धी अभियास सफलतापूर्वक पूरा किया है। प्राथमिक जानकारी के अनुसार निर्धारित शड्यूल के अंतर्गत लाभपात्री या मरीज को कुल 2 खुराकें दी जाएंगी और दूसरी खुराक पहली से 28 दिनों के समय में दी जायेगी। हरेक व्यक्ति को टीका लगवाने के बाद आबजरवेशन रूम में 30 मिनट इंतजार करना होगा जिससे टीकाकरण (ए.ई.एफ.आई.) के बाद किसी किस्म के बुरे प्रभाव या परेशानी (अगर कोई है) का अध्ययन किया जा सके।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि प्रोग्राम के लिए निर्धारित किये माईक्रो प्लान के अनुसार 25 के करीब लाभपात्रियों, 5 सदस्यीय टीकाकरण टीम और एक सुपरवाइजर प्रति सैशन साइट ने इस मॉक-ड्रिल ( अभियास) में भाग लिया है जिससे एस.ओ.पीज. के अनुसार सभी गतिविधियों को निर्विघ्न चलाने को यकीनी बनाया जा सके।