CHANDIGARH: कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार 16 जनवरी को 110 स्थानों पर हैल्थकेयर वर्करों (एच.सी.डब्ल्यू) के टीकाकरण के लिए पूरी तरह तैयार है। आज टीके की 20,450 वायल्स (शीशियाँ) प्राप्त हुई हैं और हर वायल में टीके की 10 ख़ुराकें हैं जो लाभपात्री को 28 दिनों के अंतर में दो ख़ुराकों में दी जाएंगीं।
इस सम्बन्धी जानकारी देते हुए स्वास्थ्य मंत्री स. बलबीर सिंह सिद्धू ने बताया कि लम्बे इन्तज़ार के बाद स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, पंजाब के ईपीआई अधिकारी द्वारा चंडीगढ़ हवाई अड्डे से कोवीशील्ड नामी कोरोना वैक्सीन की पहली खेप प्राप्त की गई। उन्होंने बताया कि यह कोवीशील्ड वैक्सीन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा एस्ट्राजेनेका के साथ मिलकर तैयार की गई है और अब इस वैक्सीन का उत्पादन भारत में सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा किया जा रहा है। इसके तीसरे पड़ाव के ट्रायलों का डेटा उपलब्ध है और इस वैक्सीन को इंग्लैंड में एमरजैंसी ऑथोराईज़ेशन के अंतर्गत लगाया जा रहा है।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि टीकाकरण की शुरूआत के लिए हरेक जिले में 5 स्थानों का चयन किया गया है, जहाँ हरेक स्थान पर 100 लाभार्थियों को टीका लगाया जायेगा। उन्होंने कहा कि जि़ला अस्पताल एस.ए.एस. नगर और जी.एम.सी. अमृतसर में केंद्र सरकार के साथ दो सैशन साईट्स का सीधा प्रसारण/वैबकास्ट किया जायेगा।
वैक्सीन के लिए ‘कोल्ड चेन’ सम्बन्धी तैयारियों के बारे में विवरण देते हुए स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस समय पर वैक्सीन को स्टेट वैक्सीन स्टोर, सैक्टर-24 में स्टोर किया गया है और बाद में इस वैक्सीन को भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार क्षेत्रीय, जिला और ब्लॉक वैक्सीन स्टोरों पर उपलब्ध करवाया जायेगा।
उन्होंने कहा कि हरेक टीकाकरण सैशन के प्रबंधन के लिए 5 सदस्यीय टीम बनाई गई और टीम की निर्धारित जिम्मेदारियों के मुताबिक पहला वैक्सीनेशन अधिकारी प्रवेश द्वार पर यह यकीनी बनाएगा कि सिफऱ् योग्य वैक्सीनेटर ही दाखि़ल हों, दूसरा वैक्सीनेशन अधिकारी कोविन ऐप पर लाभार्थियों का सत्यापन करेगा, तीसरा वैक्सीनेशन अधिकारी इंट्रामस्क्यूलर के तौर पर टीका लगाएगा, चौथा वैक्सीनेशन अधिकारी एईएफआई (टीकाकरण के बाद ऐडवर्स इफेक्ट) की निगरानी के लिए अवलोकन कक्ष में तैनात होगा और पाँचवाँ वैक्सीनेशन अधिकारी लाभार्थियों की भीड़ को नियंत्रित करने में सहायता करेगा। इसके अलावा टीकाकरण प्रोग्राम को सुचारू ढंग से चलाने के लिए टीम सुपरवाइजऱ और एईएफआई प्रबंधन केंद्र में नोडल अधिकारी भी तैनात किये गए हैं।