इंडोनेशिया से आए दंपति ने कविताओं से बांधा समां

CHANDIGARH: मेदान (इंडोनेशिया) से पधारे दंपत्ति आशीष शर्मा व योगिता शर्मा और उनके पिता प्रो. हरेंद्र शर्मा ने वहां चल रहे साहित्य और संस्कृति के प्रचार प्रसार में किए जा रहे कार्यों का परिचय दिया। आशीष शर्मा ने बताया कि आई ई ए एम और एल पी जी आई साहित्य एसोसिएशन के माध्यम से साहित्यिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिसमें दूतावास के अधिकारियों सहित दुनिया भर के साहित्यकार और कवि शामिल होते हैं। योगिता शर्मा ने बताया कि उन्होंने हिंदी कविताओं की पुस्तकों का अंग्रेजी में अनुवाद किया है। तत्पश्चात दोनों ने भारतीय संस्कृति, सभ्यता, सामाजिक मूल्य और पारिवारिक मुद्दों पर गीत कविताएं प्रस्तुत कर खूब वाहवाही लूटी। वह कल शाम गांधी स्मारक भवन में आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।

संवाद साहित्य मंच की ओर से प्रेम विज,नीरू मित्तल नीर, डॉ विनोद शर्मा, डॉ अनीश गर्ग, विद्याधाम यूएसए की ओर से डॉ सरिता मेहता, गांधी स्मारक भवन की ओर से डॉ देवराज त्यागी ने दंपति को अंग वस्त्र, प्रशस्ति पत्र और पुष्प मालाओं से सम्मानित किया।

इस अवसर पर ट्राइसिटी के लगभग 40 कवि और श्रोता उपस्थित थे जिनमें प्रो. हरेंद्र शर्मा,आशीष शर्मा, योगिता शर्मा, प्रेम विज, डा. विनोद शर्मा, नीरू मित्तल नीर,डा. सरिता मेहता, डा. देवराज त्यागी, बीके गुप्ता, डा.उमा शर्मा, डा. अनीश गर्ग, आर के भगत, डॉ अजीत कंवल सिंह, गुरदीप कौर गुल, हरेंद्र सिन्हा, राशि श्रीवास्तव, डेजी बेदी जुनेजा, संतोष गर्ग, संगीता शर्मा कुंद्रा, विमला गुगलानी, आई डी सिंह, रमेश कुमार, आनंद राव, विनोद कश्यप, बलवंत तक्षक,  सुरजीत सिंह धीर और अशोक नादिर उपस्थित थे।

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