आज निगम की मीटिंग जनता को फिर निराश करेगी, राहत के मुद्दे एजेंडे से गायब: सुभाष चावला
कांग्रेस के पूर्व मेयर चावला ने भाजपा, नगर निगम व मौजूदा मेयर राजबाला मलिक पर बोला जोरदार हमला
CHANDIGARH: ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के सदस्य एवं चंडीगढ़ के पूर्व मेयर सुभाष चावला ने भाजपा, भाजपा शासित नगर निगम और मौजूदा भाजपा मेयर राजबाला मलिक पर जोरदार हमला बोला है। मीडिया को जारी एक बयान में सुभाष चावला ने बीजेपी और मेयर राजबाला मलिक की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि मंगलवार को बुलाई गई नगर निगम की हाउस मीटिंग के एजेंडे में पानी की बढ़ी हुई कीमतों और सेक्टर-23 के बूथों के बढ़ाए गए किराए में राहत देने के विषय शामिल नहीं किए गए हैं। ऐसे में यह मीटिंग केवल खानापूर्ति तथा शहर के लोगों को निराश करने वाली होगी।
पूरे साल सिर्फ टैक्स थोपने के एजेंडे लाई भाजपा, निगम को तुरंत भंग कर नए चुनाव कराए जाएं
पूर्व मेयर सुभाष चावला ने आरोप लगाया है कि इस साल निगम की सभी हाउस मीटिंग में विकास के एजेंडे न लाकर सिर्फ जनता पर तरह-तरह के टैक्स लगाने के ही एजेंडे लाए गए। कल होने वाली मीटिंग का भी यही हाल है, जिसका मकसद यही दिख रहा है कि कोरोनाकाल में किस तरह जनता की जेब और काटी जाए। चावला ने सांसद किरण खेर की भी आलोचना करते हुए कहा कि अपनी असफलता को छुपाने की खातिर छिपकर बैठ गई हैं।चावला ने मांग की है कि जनता की उम्मीदों पर बुरी तरह असफल नगर निगम को तुरंत भंग कर देना चाहिए और नए चुनाव कराने चाहिए, ताकि जनता विरोधी बीजेपी को निगम से बाहर किया जा सके।
शहर में हर तरफ भाजपा विरोधी आंदोलनों की गूंज
सुभाष चावला ने कहा कि आजकल चंडीगढ़ में हर तरफ भाजपा विरोधी आंदोलनों की गूंज सुनाई दे रही है। पानी के रेट में बेतहाशा वृद्धि के खिलाफ FOSWAC नगर निगम की ओर मार्च कर रही है तो कांग्रेस सहित कई और पार्टियां उनका साथ दे रही हैं। सरकारी कर्मचारी निजीकरण के खिलाफ कई महीनों से आंदोलन कर रहे हैं।सफाई कर्मचारी यूनियन स्मार्ट घड़ियों के विरोध समेत कई मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। 23 अक्तूबर से झाड़ू छोड़ आंदोलन की घोषणा कर दी गई है, जिससे शहर में बड़ी समस्या खड़ी हो सकती है। चावला ने कहा कि लगभग सभी कर्मचारी संगठन सफाई कर्मचारी साथियों का समर्थन कर रहे हैं। चावला ने आरोप लगाया कि बीजेपी के पार्षद भी अपने ही मेयर से खुश नहीं हैं। मेयर राजबाला मलिक भी बस अपना कार्यकाल पूरा होने का इंतजार कर रही हैं और अपने ही पार्टी अध्यक्ष की बातों को अनसुना कर रही हैं। चावला ने कहा कि कांग्रेस के नेता राजबाला मलिक को आज तक का सबसे असफल मेयर घोषित कर चुके हैं। निगम का हर विभाग जनता को तंग करने में लगा हुआ है। बीजेपी के पार्षदों पर भ्र्ष्टाचार के आरोप लग रहे हैं। सांसद किरण खेर भी गुम हो गई लगती हैं। इससे पहले चंडीगढ़ को कभी इतना बेहाल नहीं देखा गया। चावला ने कहा कि केंद्र सरकार की तरह ही चंडीगढ़ बीजेपी भी नगर निगम में प्रचंड बहुमत की वजह से घमंड से किसी की परवाह नहीं कर रही है। ऐसे में यह तय है कि आने वाले नगर निगम चुनाव में शहर की जनता बीजेपी के इस घमंड को चकनाचूर कर देगी।