यह रवैया बर्दाश्त योग्य नहीं, अब प्रशासन व नगर निगम के हर कार्यक्रम का बहिष्कार करेगी आम आदमी पार्टी: प्रदीप छाबड़ा
CHANDIGARH, 9 DECEMBER: आम आदमी पार्टी (AAP) की चंडीगढ़ प्रदेश इकाई में आज उस समय आक्रोश पैदा हो गया जब नगर निगम कमिश्नर एवं पंजाब कैडर की आईएएस अधिकारी आनंदिता मित्रा एक कार्यक्रम के दौरान आम आदमी पार्टी के चंडीगढ़ प्रदेश अध्यक्ष प्रेम गर्ग पर अचानक कथित रूप से आग बबूला हो गईं। प्रेम गर्ग ने निगम कमिश्नर पर दुर्व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए इस मामले को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान तक ले जाने का ऐलान किया है। साथ ही पार्टी ने चंडीगढ़ प्रशासन और नगर निगम की ओर से आयोजित किए जाने वाले तमाम कार्यक्रमों का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
आम आदमी पार्टी के चंडीगढ़ प्रदेश अध्यक्ष प्रेम गर्ग ने बताया कि आज सेक्टर-33 में गुलदाउदी शो के उदघाटन समारोह के बाद उन्होंने एक अखबार के सड़क सुरक्षा अभियान का समर्थन करने के लिए आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। इसमें आम आदमी पार्टी के पार्षद भी मौजूद थे। कार्यक्रम का वीडियो बनाते समय धूप के कारण अखबार के फोटोग्राफर ने प्रेम गर्ग और पार्षदों से बेहतर वीडियो रिकॉर्डिंग के लिए खाली पड़े मंच पर जाने का अनुरोध किया लेकिन वीडियो रिकॉर्ड होने के बाद वहां मौजूद नगर निगम कमिश्नर श्रीमती आनंदिता मित्रा अचानक भड़क गईं। उन्होंने आम आदमी पार्टी के अध्यक्ष प्रेम गर्ग और पार्षदों से पूछा कि उन्होंने उनकी अनुमति के बिना वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए एमसी के मंच का इस्तेमाल क्यों किया।
प्रेम गर्ग ने बताया कि इस दौरान निगम कमिश्नर आनंदिता मित्रा का व्यवहार पूरी तरह आपत्तिजनक, अभद्र व अपमानजनक था, क्योंकि इसमें कुछ भी राजनीतिक नहीं था और संदेश केवल सड़क सुरक्षा का था। प्रेम गर्ग ने बताया कि इसके बाबजूद हमने यहां तक कहा कि हम फोटोग्राफर से वीडियो डिलीट करने को कहेंगे, फिर भी निगम कमिश्नर आनंदिता मित्रा संतुष्ट नहीं हुईं।
इस पूरे हंगामे की जानकारी आम आदमी पार्टी के पार्षदों ने पार्टी के सह प्रभारी एवं पूर्व मेयर प्रदीप छाबड़ा को दी। प्रदीप छाबड़ा ने भी निगम कमिश्नर के व्यवहार की कड़ी आलोचना की है और कहा है कि इस पूरे मामले पर अपना विरोध दर्ज कराने के लिए भविष्य में वह और उनके पार्षद नगर निगम या प्रशासन द्वारा आयोजित किए जाने वाले किसी भी कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। छाबड़ा ने कहा कि एक राष्ट्रीय राजनीतिक दल के प्रदेश अध्यक्ष और उसके पार्षदों के प्रति निगम कमिश्नर का यह रवैया बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि निगम कमिश्नर इससे पहले अन्य राष्ट्रीय राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों व पार्षदों के साथ भी दुर्व्यवहार कर चुकी हैं।