CHANDIGARH: देश अभी कोरोना वायरस से जंग लड़ रहा है, इस बीच कोरोना वायरस के एक नए ‘डबल म्यूटेट’ वेरिएंट का पता चला है। हालांकि इस वायरस को लेकर अभी शुरुआती जानकारी ही सामने आई है। भारत में पहली बार डबल म्यूटेट वेरिएंट का पता चला है। इस वायरस के लक्षण और खतरे के बारे में और अधिक जानकारी के लिए आरएमएल हॉस्पिटल के डॉ. एके वार्ष्णेय से खास बातचीत की। उन्होंने कई सवालों के जवाब दिए।
डबल म्यूटेट वायरस शरीर को ज्यादा पहुंचा सकता है नुकसान
डॉ. वार्ष्णेय ने बताया कि वायरस लगातार म्यूटेट होते रहते हैं, अभी हाल में जिनोम सीक्वेंस करने पर कुछ ऐसे वायरस पाए गए जिनमें एक ही जगह पर दो म्यूटेशन पाया गया। इसका साइंटिफिक नाम E484Q और L452R है। डबल म्यूटेंट वायरस से एक चिंता की बात ये है कि ये वायरस हमारे इम्यून सिस्टम से बच सकता है यानी हमारे शरीर को इससे ज्यादा नुकसान पहुंच सकता है। हालांकि जो नए केस आ रहे हैं वो इस वायरस की वजह से हैं, ऐसा अभी सिद्ध नहीं हो सका है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि ये पहली बार नहीं है कि वायरस म्यूटेट हो रहा है, ये होते रहते हैं। इससे बचने का एक ही उपाय है, मास्क लगा कर रखें।
म्यूटेट वायरस के लक्षण
म्यूटेट वायरस के लक्षण और पहले वायरस के लक्षण पर डॉ वार्ष्णेय ने कहा कि अभी तक कोरोना के कई हजार म्यूटेशन हो चुके हैं, इसलिए डरने की जरूरत नहीं है। कोरोना वायरस के जो लक्षण शुरू में आए सर्दी, खांसी, थकान, बुखार आदि और फिर बाद में इसमें सूंघने की शक्ति, स्वाद का नहीं आना भी शामिल हो गए। इसमें भी शुरुआती लक्षण ज्यादातर बुखार, खांसी और गले में खराश ही है।
कोरोना की दूसरी लहर
इस दौरान डॉ वार्ष्णेय ने देश में कोरोना के बढ़ते केस पर कहा कि एक समय ऐसा लगा था कि हम कोरोना से जंग जीतने वाले हैं, लेकिन तभी अचानक से केस बढ़ने लगे। पिछले 24 घंटे में कोरोना के करीब 60 हजार नए केस आए हैं। ये सिर्फ और सिर्फ लोगों की लापरवाही का नतीजा है। जिस तरह से केस बढ़ रहे हैं ये भी कह सकते हैं कि ये कोरोना की दूसरी लहर है। लोग बड़े-बड़े आयोजन कर रहे हैं, पार्टियां कर रहे हैं, कई जगह लोग मानने को तैयार नहीं है कि कोरोना है, तो कई लोग इसे मामूली बीमारी समझ रहे हैं। इसी वजह से कई जगह क्लस्टर में केस आ रहे हैं। ये सभी बड़े कारण हैं और चिंता का विषय है।
दूसरी लहर को करना होगा खत्म
वहीं एक अन्य सवाल कि दूसरी लहर को खत्म होने के लिए पीक का इंतजार करना होगा इस पर उन्होंने कहा कि कोरोना का एक पूरा साल निकल गया है और सभी बचाव का तरीका जानते हैं। इसलिए पीक आए या केस बढ़ते जाएं उससे पहले ही इस पर लगाम लगाना है। कोरोना वायरस मुंह, नाक से ही शरीर में प्रवेश करता है और इसके लिए मास्क, सुरक्षित दूरी और हाथ साफ रखें। अगर हम सिर्फ सतर्क रहें और नियमों का पालन करें तो संक्रमण को काफी हद तक कंट्रोल कर सकते हैं। ~(PBNS)