CHANDIGARH: पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने बुधवार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि राज्य में कोविड की स्थिति जोकि मामलों और मौतों की संख्या बढऩे से बड़े स्तर पर पहुँच गई है, में अगले हफ्ते तक सुधार न हुआ तो सख़्त बन्दिशें लगाई जाएंगी।
स्वास्थ्य, प्रशासनिक और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग में मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थिति की पुन: समीक्षा 8 अप्रैल को की जाएगी और अगर कोविड का विस्तार बेकाबू रहा तो और बन्दिशें लगाई जा सकती हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैं एक हफ्ते तक परिस्थितियां देखूंगा और अगर कोई सुधार न हुआ तो हमें सख़्त बन्दिशें लगानी पड़ सकती हैं।’’
तेज़ी से टीकाकरण की ज़रूरत बताते हुए ख़ासकर ऐसे स्थानों पर जहाँ 300 से अधिक केस आ रहे हैं, कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कोविड से बुरी तरह प्रभावित जि़लों में मोहल्ला स्तर पर योग्य लोगों तक पहुँच बनाई जाए। उन्होंने साथ ही बुरी तरह से ग्रसित शहरों लुधियाना, जालंधर, मोहाली और अमृतसर में कोविड एहतियातों और प्रोटोकॉल की भी सख़्ती से पालना के आदेश दिए।
राज्य की कोविड माहिरों की कमेटी के चेयरमैन डॉ. के.के. तलवाड़ ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में बन्दिशों को और लागू करने की ज़रूरत है, जहाँ अधिक केस सामने आ रहे हैं। डी.जी.पी. दिनकर गुप्ता ने कहा कि 19 मार्च से बिना मास्क के चलने-फिरने वाले 1.30 लाख लोगों के आर.टी.-पी.सी.आर. टैस्ट किए गए हैं, जिनमें से 391 पॉजि़टिव पाए गए।
एस.ए.एस. नगर, कपूरथला, पटियाला, एस.बी.एस. नगर, जालंधर, अमृतसर, होशियारपुर और लुधियाना में बहुत ज़्यादा पॉजि़टिव केस सामने आ रहे हैं, जबकि 24 मार्च 2021 को राज्य में कुल पॉजि़टिविटी 7.6 प्रतिशत था।
आने-जाने वालों को आ रही परेशानी का नोटिस लेते हुए मुख्यमंत्री ने शनिवार को कोविड योद्धाओं के लिए एक घंटे के लिए रखे जाने वाले मौन काल को भी ख़त्म करने के आदेश दिए।
मुख्यमंत्री ने पंजाब में कोविड के कारण उच्च मृत्यु दर पर चिंता प्रकट की, जब कि डॉ. तलवाड़ ने कहा कि राज्य में मरीज़ समय पर अस्पताल नहीं जाते और सह-रोगों की भी उच्च दर है। डॉ. तलवाड़ ने मीटिंग में बताया कि मरने वालों में से 80-85 प्रतिशत मरीज़ गंभीर बीमारियों वाले हैं।
मुख्यमंत्री ने प्रशासन को निर्देश दिए कि सह-रोगों वालों को जल्द से जल्द अस्पताल लेजाने और घरों में एकांतवास लोगों की सख़्त निगरानी के लिए मज़बूत प्रणाली विकसित की जाए। उन्होंने एक बार फिर सभी धार्मिक और राजनीतिक नेताओं से अपील की कि राज्य के लोगों के कल्याण के लिए कोविड एहतियात का उचित व्यवहार को प्रोत्साहित किया जाए।