एस्टेट ऑफिस में फाइलें जलाने के मामले को रफा-दफा करने की हो रही साजिश, भाजपा नेता चुप क्यों: कांग्रेस

CHANDIGARH: शहर के पॉश एरिया की प्रॉपर्टी की फाइलों को जलाने के मामले में आरोपियों को बचाए जाने तथा पूरे मामले को रफा-दफा करने की साजिश रचे जाने का आरोप लगाते हुए चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा ने आज बीजेपी के नेताओं को आड़े हाथ लिया। साथ ही कई सवाल खड़े किए।उन्होंने कहा कि इस बेहद गंभीर मामले में मुख्य आरोपियों को पकड़ना तो दूर जिन ऑफिसरों के कहने पर चपड़ासी ने फाइलें जलाई थी अब उन्हें किन के कहने पर बचाया जा रहा है और कौन से भूमाफिया व अफसर इसमें शामिल हैं ? छाबड़ा ने कहा कि सवाल अब ये भी उठ रहा है कि क्या ये अफसर भाजपा नेताओं के करीबी हैं और क्या इसीलिए इन्हें बचाया जा रहा है ?

आरोपियों को पकड़ना भाजपा राज में मुश्किल हुआ: प्रदीप छाबड़ा
चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि गरीब लोगों के घरों में नोटिस भेजे जा रहे हैं। उनके घर तोड़े जा रहे हैं। उनकी कोई सुनवाई नहीं है। अब नगर निगम चुनाव से पहले मकानों में जरूरत के अनुसार बदलाव को नियमित कराने का लॉलीपॉप देकर वोट लेने की भाजपाइयों की चाल शहरवासी समझ चुके हैं। प्रदीप छाबड़ा ने कहा कि जब से एस्टेट ऑफिस में फाइलों को जलाया गया है तब से बीजेपी के नेताओं के मुंह में दही जम गईं है। सीसीटीवी कैमरे में कैद आरोपियों को पकड़ना बीजेपी राज में मुश्किल हो गया है।

सीबीआई जांच से होगा दूध का दूध और पानी का पानी
छाबड़ा ने कहा कि फाइलों को जलाने वाला चपड़ासी जिन ऑफिसरों व भूमाफिया के कहने पर व फोन पर बातचीत कर रहा है उन्हें अब तक क्यों नहीं गिरफ्तार किया गया ? बीजेपी का कौन सा नेता इसमें शामिल है और कौन-कौन आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रहा है, यह सब सीबीआई की इंक्वायरी में शामिल होगा तो ही दूध का दूध और पानी का पानी हो पाएगा। छाबड़ा ने कहा कि चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस इस मुद्दे को जनता तक लेकर जाएगी ओर जल्द ही इस पर अपनी आगे की रणनीति तय करेगी।

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