CHANDIGARH: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस शहर में नगर निगम पर काबिज भाजपा के खिलाफ बड़ा आंदोलन छेडऩे जा रही है। इसके लिए आज प्रदेश कांग्रेस के नवनियुक्त अध्यक्ष सुभाष चावला की अध्यक्षता में हुई पार्टी की मीटिंग में रूपरेखा तय कर ली गई है। चावला के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद चंडीगढ़ में कांग्रेस का यह पहला बड़ा आंदोलन होगा। इसलिए इसकी तैयारियां भी बड़े स्तर पर की जा रही हैं।
निगम सदन से सड़क तक संघर्ष की तैयारी
सेक्टर-35 स्थित चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में हुई इस मीटिंग में ब्लॉक कांग्रेस से लेकर प्रदेश स्तर तक के तमाम वरिष्ठ कांग्रेस नेता मौजूद थे। मीटिंग में इस साल के अंत में होने वाले नगर निगम चुनाव में बहुमत से कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करने का संकल्प लिया गया। साथ ही जनसमस्याओं को लेकर नगर निगम सदन से लेकर सड़क तक भाजपा की नीतियों के खिलाफ आवाज बुलंद करने की रणनीति पर विस्तार से चर्चा की गई। मीटिंग में सबसे पहले शहर में नगर निगम की ओर से बढ़ाए गए पानी के रेट को लोगों के लिए ज्यादा ज्वलंत मुद्दा मानते हुए इसको लेकर संघर्ष छेडऩे पर जोर दिया गया।
गांवों की समस्याओं पर भी हुई चर्चा
सूत्रों के मुताबिक मीटिंग में तय किया गया कि चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस पानी के बढ़े हुए दामों को लेकर नगर निगम के खिलाफ बड़ा आंदोलन खड़ा करेगी। इसकी शुरुआत के लिए फिलहाल 28 फरवरी तय की गई है। इस आंदोलन के तहत सभी भाजपा पार्षदों के घरों के आगे प्रदर्शन किया जाएगा। भाजपा पार्षदों से मांग की जाएगी कि वह जनहित में पानी के बढ़े हुए रेट कम करने के लिए नगर निगम को मजबूर करने में कांग्रेस का साथ दें। क्योंकि नगर निगम में इस समय भाजपा का बहुमत है और वह निगम की सत्ता पर काबिज है। भाजपा पार्षदों के घरों के आगे प्रदर्शन का सिलसिला सेक्टर-37 से शुरू करने पर फिलहाल सहमति बनी है। बता दें कि चंडीगढ़ प्रदेश भाजपा अध्यक्ष, पूर्व मेयर व पार्षद अरुण सूद भी इसी सेक्टर में रहते हैं। मीटिंग में गांवों की समस्याओं पर भी विचार-विमर्श किया गया और इनको लेकर भी आवाज उठाने का निर्णय लिया गया।