OPS, फैमिली आईडी, कानून व्यवस्था, बेरोजगारी, ई-टेंडरिंग, शिक्षा, सड़क, बिजली, पानी और किसानी के मुद्दों पर सरकार से जवाब मांगेगी कांग्रेस
CHANDIGARH, 14 FEBRUARY: हरियाणा के आगामी विधानसभा सत्र में कांग्रेस विधायक 2 दर्जन से ज्यादा ध्यानाकर्षण व स्थगन प्रस्ताव पेश करने जा रहे हैं। इसके अलावा शून्य काल के दौरान भी आम जनहित से जुड़े दर्जनों मुद्दों को उठाया जाएगा। आज नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा के सरकारी निवास पर आयोजित विधायक दल की बैठक में बजट सत्र को लेकर विस्तार से चर्चा हुई। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा की तबियत ठीक न होने के चलते वह बैठक में शामिल नहीं हो पाए। उनकी गैर-मौजूदगी में विधायक दल के उपनेता आफताब अहमद ने बैठक की अध्यक्षता की।
बाद में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि परिवार पहचान पत्र, अवैध खनन, बेरोजगारी, पुरानी पेंशन स्कीम, बढ़ते नशे, शिक्षा के निजीकरण, मंत्री पर लगे छेड़छाड़ के आरोपों, एनजीटी के मामलों, गौशालाओं की दुर्दशा, पानी के रेट में बढ़ोतरी, बिजली की किल्लत, सड़कों की जर्जर हालत, सफाई कर्मियों को पक्का करने की मांग, सीएजी की रिपोर्ट, बुढ़ापा पेंशन काटे जाने, सरसों और गेंहू का मुआवजा नहीं मिलनी, पंचायतों पर ई-टेंडरिंग थोपने, राइट टू रिकॉल लागू करने, बिगड़ती कानून व्यवस्था, खेलों की वर्तमान स्थिति और रिहायशी इलाकों में चौथी मंजिल की मंजूरी देने जैसे तमाम मुद्दों पर चर्चा के लिए कांग्रेस विधायक प्रस्ताव देंगे।
विधायक दल के उप-नेता आफताब अहमद ने बताया कि आज प्रदेश की जनता अनगिनत परेशानियों का सामना कर रही है। जिम्मेदार विपक्ष होने के नाते कांग्रेस जनहित से जुड़े हर मुद्दे पर सरकार से जवाब मांगेगी। बीजेपी-जेजेपी को अपनी तमाम नाकामियों पर स्थिति स्पष्ट करनी पड़ेगी। गठबंधन अपनी जवाबदेही से नहीं भाग सकता।
इसके अलावा बैठक में कांग्रेस के ‘हाथ से जोड़ो हाथ’ अभियान पर भी मंथन हुआ। इस अभियान के जरिए पार्टी बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार, बढ़ते अपराध और सरकार की तमाम नाकामियों को जनता के बीच उजागर कर रही है। बैठक में पार्टी के रायपुर अधिवेशन पर भी चर्चा की गई। इसमें उठने वाले मुद्दों और संगठन को मिलने वाली जिम्मेदारियों बारे विधायकों ने विचार-विमर्श किया।