CHANDIGARH: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने अपना पानी आंदोलन आज खत्म कर दिया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला ने कहा कि चंडीगढ़ प्रशासन द्वारा मार्च 2022 तक पानी की बढ़ी हुई दरों को रोक देने के कल लिए गए निर्णय के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। चावला ने कहा कि चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने पानी की बढ़ी हुई दरों को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाले नगर निगम और प्रशासन के खिलाफ बड़े पैमाने पर आंदोलन शुरू करने की पूरी तैयारी कर ली थी और मेयर व पार्षदों के पुतले जलाने की योजना बनाई थी लेकिन प्रशासन को इस बात का आभास हो गया और उसने इसे देखते हुए पानी की बढ़ी हुई दरों पर रोक लगा दी। सुभाष चावला ने मांग की है कि चंडीगढ़ के निवासियों द्वारा पानी की बिलो में भुगतान की गई अतिरिक्त राशि को अगले बिलों में समायोजित किया जाए।
आंदोलन की सफलता से कांग्रेस कार्यकर्ता खुश
चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता एचएस लक्की ने बताया कि प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चावला आज मनीमाजरा गए और वहां 15 दिन तक चले धरने को भी समाप्त किया। लक्की ने कहा कि पानी की दरों में बढ़ोतरी को रोक दिए जाने के बाद से वहां कार्यकर्ता इस बात से खुश थे कि उनका आंदोलन सफल हो गया। इसको लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ल़ड्डू भी बांटे व एक-दूसरे का मुंह मीठा कराया।
कांग्रेस जनहित के मुद्दों को इसी तरह उठाती रहेगीः चावला
इस बीच, सुभाष चावला ने शहर के सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आम आदमी का मुद्दा उठाने और आंदोलन को सफल बनाने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी में भीषण गर्मी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज किया गया, पानी की बौछारों डाली गई और कांग्रेस के कार्यकर्ता शहरवासियों की आवाज उठाने के लिए धरने पर बैठे। उन्होंने घोषणा की कि कांग्रेस पार्टी आने वाले दिनों में जनता के हित के मुद्दों को इसी तरह उठाती रहेगी। उन्होंने भाजपा पार्षदों से बिना शर्त माफी की भी मांग की, जिसके कारण निवासियों को आर्थिक नुकसान और मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ा।