CHANDIGARH: चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने आज मांग की कि कोरोना वैक्सीन का टीका 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी वयस्कों को लगाया जाना चाहिए। साथ ही नाइट कर्फ्यू शुरू होने के समय को एक घंटा बढ़ाया जाए तथा चंडीगढ़ के हित में लिए जाने वाले हर निर्णय में जनभागीदारी सुनिश्चित करने के लिए सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की मीटिंग बुलाई जानी चाहिए।
टीकाकरण केंद्रों में दोपहर बाद नहीं मिलता कोई
चंडीगढ़ प्रदेश कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता हरमोहिंदर सिंह लक्की ने मीडिया को जारी एक बयान में कहा कि केंद्र सरकार को तुरंत वैक्सीन के निर्यात पर प्रतिबंध लगाना चाहिए, क्योंकि काफी राज्य वैक्सीन की सप्लाई में कमी महसूस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि आज समय की जरूरत है कि कोरोना फैलने से रोकने के लिए सभी को टीका लगाया जाए और यह देखा गया है कि कुछ टीकाकरण केंद्रों में दोपहर के बाद कोई नहीं मिलता। यहां तक कि अगर कोई टीका लगवाने आता है तो उसे वापस भेज दिया जाता है, क्योंकि कम से कम 10 लोगों की टीकाकरण के लिए एक विशेष समय स्लॉट में जरूरत पड़ती है, अन्यथा वैक्सीन बर्बाद हो जाती है। इसलिए सरकार को अब सभी वयस्कों के लिए टीकाकरण खोलन देना चाहिए और 18 से 45 वर्ष के बीच की उम्र के लोगों के लिए दोपहर बाद का समय रख सकते हैं। यह कदम टीकाकरण में तेजी लाएगा। नहीं तो उपलब्ध आंकड़ों के हिसाब से पूरी आबादी का टीकाकरण करने में कई साल लग जाएंगे।
शहर के लिए फैसलों में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की ली जाए राय
एचएस लक्की ने कोरोना नियंत्रण के लिए डॉक्टरों, नर्सों और अन्य मेडिकल स्टाफ के प्रयासों की प्रशंसा की, जो टीकाकरण अभियान को सफल बनाने में भी अहम योगदान दे रहे हैं। लक्की ने कहा कि शहर में नाइट कर्फ्यू लागू करने का चंडीगढ़ प्रशासन का हालिया फैसला तर्कसंगत नहीं है। प्रशासन को कड़े कोरोना प्रोटोकॉल का पालन कराने जैसे अन्य कदम उठाने चाहिए,
जैसे कि सामाजिक दूरी, मास्क, सेनिटाइज़र सुनिश्चित करना, कर्फ्यू को लागू करने के बजाय बीमारी के प्रसार की जांच करने के लिए परीक्षण, संपर्क ट्रेसिंग आदि करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कर्फ्यू फिर से अर्थव्यवस्था को पटरी पर से उतार देगा और रेस्तरां, खान-पान व अन्य संबंधित व्यवसाय को बुरी तरह प्रभावित करेगा। लक्की ने कहा कि यदि नाइट कर्फ्यू लगाने की ज्यादा आवश्यकता है तो यह रात 10: 30 के बजाय 11:30 बजे के बाद होना चाहिए था। लक्की ने यह भी कहा कि वर्तमान संकट से निपटने के लिए प्रशासन को अपने दृष्टिकोण में अधिक व्यावहारिक होना चाहिए। शहर के लोगों के हित में कोई भी फैसला लागू करने से पहले सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की मीटिंग बुलाकर उनके सुझाव लेने चाहिए।